वाशिंगटन सुंदर और कुलदीप यादव (फोटो-सोशल मीडिया)
When was India Followed-On In A Home Test: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच दूसरा टेस्ट गुवाहाटी में खेला जा रहा है। इस टेस्ट के पहली पारी में टीम इंडिया फॉलो ऑन के कगार पर खड़ी है। साउथ अफ्रीका ने शानदार गेंदबाजी करते हुए भारतीय टीम के बल्लेबाजी क्रम को झकझोर कर दिया।
साउथ अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 151.1 ओवर में 489 रन बनाए। साउथ अफ्रीका ने सेनुरन मुथुसामी ने शतकीय पारी खेली। वहीं अंत में मार्को यानसेन ने 93 रनों की पारी खेलकर भारतीय गेंदबाजों को मुश्किल में डाल दिया। साउथ अफ्रीका ने शानदार बल्लेबाजी के बाद बेहतरीन गेंदबाजी का नमूना पेश किया। 489 रन के जवाब में भारत दूसरी पारी में खबर लिखें जाने तक 7 विकेट गंवाकर 170 रन बना लिया है और फॉलो-ऑन से बचने के लिए अभी 120 रन और बनाने हैं।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या साउथ अफ्रीका टीम इंडिया को फॉलो-ऑन देने का फैसला करती है। अगर ऐसा होता है, तो यह गौतम गंभीर की कोचिंग में खेल रही भारतीय टीम के लिए बड़ा झटका होगा। क्योकिं पिछले 15 सालों में घर पर भारतीय टीम कभी फॉलो-ऑन नहीं खेली है।
भारत को आखिरी बार घर में फॉलो-ऑन 2010 में नागपुर टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ही मिला था। उस मैच में साउथ अफ्रीका ने पहली पारी में 558/6 रन बनाकर पारी घोषित की थी। हाशिम अमला ने 253 और जैक कैलिस ने 173 रन ठोके थे। जवाब में भारत 233 रन पर आउट हो गया, जिसमें वीरेंद्र सहवाग ने शतक जरूर लगाया, लेकिन डेल स्टेन के 7 विकेटों ने मैच का रुख तय कर दिया। फॉलो-ऑन में भी भारत 319 पर ढेर हुआ और इनिंग्स व 6 रन से मैच हार गया।
यह भी पढ़ें: वो खिलाड़ी जिसने लिखी थी इंग्लैंड के स्वर्णिम काल की कहानी, दुनिया के बेस्ट ऑलराउंडरों में थे शुमार
2010–2011 के बीच भारत को तीन बार फॉलो-ऑन खेलना पड़ा। दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका और इंग्लैंड के खिलाफ तीन महीने के बीच तीन फॉलो ऑन खेलना पड़ा था। ओवल में 4-0 की शर्मनाक हार के दौरान भी भारत को फॉलो-ऑन का सामना करना पड़ा था।
भारतीय क्रिकेट में फॉलो-ऑन की बात आते ही 2001 के ईडन गार्डन्स टेस्ट की याद ताज़ा हो जाती है, जहां राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण की ऐतिहासिक साझेदारी ने मैच का पूरा रुख बदल दिया था। यह मुकाबला भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे यादगार अध्यायों में से एक माना जाता है।
फॉलो-ऑन के दौरान टीम इंडिया का रिकॉर्ड उतना अच्छा नहीं रहा है। भारत को अब तक 33 बार फॉलो-ऑन खेलना पड़ा, जिसमें पहली घटना 1934 में इंग्लैंड के खिलाफ ईडन गार्डन्स, कोलकाता में हुई थी। इन 33 मौकों में से टीम इंडिया 24 टेस्ट हार चुकी है, जबकि 8 मुकाबलों में ड्रॉ कराने में सफल रही है। यह आंकड़े दिखाते हैं कि फॉलो-ऑन भारतीय टीम के लिए अक्सर चुनौतीपूर्ण स्थितियां लेकर आया है।