यशस्वी जायसवाल और रोहित शर्मा (फोटो- सोशल मीडिया)
Mumbai VHT Team: विजय हजारे ट्रॉफी 2025 में मुंबई की टीम शुरुआती मुकाबलों में सीनियर खिलाड़ियों के बिना मैदान पर उतरेगी। भारतीय टीम के नियमित सदस्य रोहित शर्मा, यशस्वी जायसवाल और सूर्यकुमार यादव टूर्नामेंट के कम से कम पहले दो मैच नहीं खेलेंगे। चयनकर्ताओं ने यह फैसला युवा खिलाड़ियों को ज्यादा मौके देने के इरादे से लिया है। इनके अलावा अजिंक्य रहाणे और शिवम दुबे भी शुरुआती मैचों में मुंबई की टीम का हिस्सा नहीं होंगे।
मुंबई के मुख्य चयनकर्ता संजय पाटिल ने इस फैसले को लेकर स्पष्ट किया कि टीम मैनेजमेंट फिलहाल युवा खिलाड़ियों के साथ आगे बढ़ना चाहता है। उन्होंने बताया कि रोहित शर्मा, यशस्वी जायसवाल, शिवम दुबे और अजिंक्य रहाणे पहले दो मुकाबलों के लिए चयन के लिए उपलब्ध नहीं रहेंगे। हालांकि, जैसे ही ये खिलाड़ी फिट और उपलब्ध होंगे, उन्हें टीम में शामिल कर लिया जाएगा।
यशस्वी जायसवाल के नहीं खेलने की एक अहम वजह उनकी सेहत भी है। संजय पाटिल ने बताया कि जायसवाल पेट की समस्या से जूझ रहे हैं और उनका इलाज चल रहा है। मेडिकल ट्रीटमेंट के बाद उनकी हालत में सुधार हो रहा है। चयनकर्ताओं का मानना है कि इस दौरान युवा खिलाड़ियों को मौका देना टीम के भविष्य के लिए फायदेमंद रहेगा।
विजय हजारे ट्रॉफी के एलीट डिवीजन मुकाबले 24 दिसंबर से 8 जनवरी तक खेले जाएंगे। यह टूर्नामेंट अहमदाबाद, राजकोट, जयपुर और बेंगलुरु में आयोजित किया जाएगा। वहीं, 12 से 18 जनवरी तक नॉकआउट मुकाबले बेंगलुरु के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में खेले जाएंगे। मुंबई की टीम को ग्रुप सी में रखा गया है, जहां उसे पंजाब, उत्तराखंड, सिक्किम, छत्तीसगढ, महाराष्ट्र, गोवा और हिमाचल प्रदेश से मुकाबला करना है। मुंबई अपना पहला मैच 24 दिसंबर को सिक्किम के खिलाफ खेलेगी।
बीसीसीआई ने भारतीय टीम के मौजूदा खिलाड़ियों के लिए विजय हजारे ट्रॉफी में कम से कम दो मैच खेलना अनिवार्य कर दिया है। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आखिरी टी20 मैच और न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले वनडे के बीच लंबा अंतर होने के चलते बोर्ड चाहता है कि सीनियर खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट में हिस्सा लें। अजीत अगरकर की अगुवाई वाली चयन समिति ने यह निर्देश सभी खिलाड़ियों को दे दिया है।
ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज हार के बाद घरेलू क्रिकेट को अधिक प्राथमिकता देने की सिफारिश की गई थी। बीसीसीआई का मानना है कि घरेलू टूर्नामेंट खेलने से खिलाड़ियों की फॉर्म और फिटनेस बनी रहती है और युवा प्रतिभाओं को आगे आने का मौका मिलता है।