भारतीय टीम प्रैक्टिस सेशन के दौरान (फोटो- सोशल मीडिया)
शुभमन गिल की अगुवाई में टीम इंडिया इंग्लैंड के दौरे पर है। इस दौरान इंग्लैंड और इंडिया के बीच पांच मुकाबलों की टेस्ट सीरीज खेली जा रही है। इस सीरीज का पहला मैच भारतीय टीम पांच विकेट के अंतर से हार चुकी है। ये मुकाबला लीड्स में खेला गया था। अब इसके बाद 2 जुलाई से बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान पर सीरीज का दूसरा टेस्ट मुकाबला होगा।
बर्मिंघम टेस्ट में टीम इंडिया पहले मुकाबले की गलतियों को नहीं दोहराना चाहेगी। पहले टेस्ट के दौरान टीम इंडिया ने फील्डिंग और लोवर बल्लेबाजी ऑर्डर में बहुत सी गलतियां की। माना जा रहा है कि दूसरे टेस्ट मुकाबले में टीम इंडिया प्लेइंग इलेवन में कुछ अहम बदलाव कर सकती है। वहीं, एजबेस्टन टेस्ट से पहले टीम इंडिया के गेंदबाज दो रंग की गेंदबाज के साथ प्रैक्टिस करते देखें गए।
इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स में खेले गए मैच के दौरान जसप्रीत बुमराह को छोड़कर सभी गेंदबाज प्लॉप साबित हुए। इस दौरान मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा जैसे खिलाड़ी अपने रंग में नहीं दिखें। गौरतलब है कि भारतीय टीम आईपीएल 2025 के तुरंत बाद इंग्लैंड के दौरे पर आई। ऐसे में आईपीएल वाली लाइन लेंथ से छुटकारा पाने के लिए टीम इंडिया के गेंदबाजों ने दो रंग की गेंद से प्रैक्टिस की।
इस बारे में बात करते हुए टीम इंडिया के असिस्टेंट कोच रेयान टेन डोशेट ने कहा है कि दो रंग की गेंद से अभ्यास करने से लिमिडेट ओवर्स वाली आदतों से छुटकारा मिलता है। रेयान ने कहा कि ये कोई आम बात नहीं है। सभी गेंद बनाने वाली कंपनियां ऐसी गेंद बनाते हैं। हम टीम इंडिया के गेंदबाजों के सीमित ओवरों वाली लाइन लेंथ की आदत में सुधार करना चाहते हैं।
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असिस्टेंट कोच ने कहा है कि टीम इंडिया के गेंदबाज आईपीएल के लंबे सीजन के बाद टेस्ट क्रिकेट खेल रहे हैं। इस वक्त टीम इंडिया में गेंदबाज कोच के रूप में पूर्व साउथ अफ्रीकी खिलाड़ी मोर्ने मोर्कल टीम के साथ जुड़ें हैं। वो ऐसा प्रयोग पिछले दो हफ्तों से कर रहे हैं।