टीम इंडिया (सौजन्यः सोशल मीडिया)
स्पोर्ट्स डेस्क, नवभारत: भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जा रही है। इस सीरीज पर न्यूजीलैंड ने 2-0 से कब्जा कर लिया है। जिसके बाद टीम इंडिया की हर तरफ आलोचना है रही है। भारत ने 12 साल कोई सीरीज अपने घर में हारी है। न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलते हुए भारतीय बल्लेबाज स्पिनर्स के खिलाफ संघर्ष करते दिखाई दिए। भारत का स्पिन के खिलाफ पाकिस्तान और बांग्लादेश से भी खराब रिकॉर्ड है।
भारत और न्यूजीलैंड के बीच दूसरा टेस्ट मैच पुणे के स्पिन ट्रैक पर खेला गया। इस मुकाबले में कीवी टीम ने 113 रन से जीत हासिल की। इस पिच पर न्यूजीलैंड के स्पिनर्स ने कुल 18 विकेट झटके। जबकि एक बल्लेबाज रन आउट भी हुआ था। अकेले मिचेल सैंटनर ने मैच में 13 विकेट हासिल किए। जिसके बाद यह सवाल उठने लगे कि भारतीय बल्लेबाज स्पिन खेलने में इतना संघर्ष क्यों करते हैं।
क्रिकेट फैंस को यह जानकार काफी हैरानी होगी कि स्पिन खेलने के मामले में भारतीय क्रिकेट टीम पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसी टीमों से भी पीछे है। जिसका मतलब है कि इन देशों की टीमों ने पिछले कुछ सालों में भारत से बेहतर स्पिन खेली है। 2020 से एशिया में स्पिनरों के खिलाफ भारत का औसत 36.9 रहा है। जबकि पाकिस्तान ने 45.5 की औसत से रन बनाए और बांग्लादेश का स्पिन के खिलाफ औसत 40 रहा।
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जानकारी के लिए बता दें कि भारत और न्यूजीलैंड के बीच 69 साल से टेस्ट के मुकाबले खेले जा रहे हैं। लेकिन कभी कीवी टीम ने भारत में जीत हासिल नहीं की थी, हालांकि टॉम लेथम की कप्तानी में कीवी टीम ने इतिहास रच दिया है। 69 साल बाद टीम ने भारत में सीरीज जीती है। भारत और न्यूजीलैंड के बीच पहला टेस्ट 1955 में खेला गया था।
मुकाबले की बात करें तो न्यूजीलैंड ने पहली पारी में 259 रन बनाकर भारत को पहली पारी में 156 रन पर समेट दिया था। न्यूजीलैंड ने दूसरी पारी में 255 रन बनाकर भारत को जीत के लिए 359 रन का लक्ष्य दिया। लेकिन भारतीय टीम दूसरी पारी में 245 रन पर ही ऑलआउट हो गई और 113 रन से हार गई।