ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम (फोटो-सोशल मीडिया)
स्पोर्ट्स डेस्क: इस समय अभी क्रिकेटिंग वर्ल्ड में टी20 का महौल चल रहा है। आईपीएल खत्म होने के बाद वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेला जाना है। यह मुकाबला ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच खेला जाएगा। जून में लॉर्ड्स के मैदान पर खेले जाने वाला फाइनल मुकाबले के लिए भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने जोश हेजलवुड को शामिल करने को कहा है।
भारत के पूर्व क्रिकेटर और कोच रवि शास्त्री ने कहा कि जून में लॉर्ड्स मैदान पर खेले जाने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को स्कॉट बोलैंड की जगह अनुभवी तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड को चुनना चाहिए क्योंकि दिग्गज ग्लेन मैकग्रा की तरह गेंदबाजी करने वाला यह लंबे कद का खिलाड़ी इंग्लैंड की परिस्थितियों का बेहतर तरीके से उपयोग कर पाएगा।
टीम में तेज गेंदबाजी विभाग में कप्तान पैट कमिंस और मिचेल स्टार्क की जगह लगभग पक्की है। ये दोनों अगर फिट रहे तो तीसरे तेज गेंदबाज के नाम के लिए चर्चा हो सकती है। इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के तीन तेज गेंदबाजों और नाथन लियोन के रूप में एक स्पिनर के साथ उतरने की संभावना है। ऑस्ट्रेलिया के पास हरफनमौला बीयू वेबस्टर को एकादश में शामिल करने का विकल्प भी है, तीसरे तेज गेंदबाज के लिए हेजलवुड और बोलैंड के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है।
शास्त्री ने ‘आईसीसी रिव्यू’ पर कहा कि यह बहुत कठिन विकल्प होगा अगर हेजलवुड फिट होते हैं, तो उन्हें बोलैंड के मुकाबले तरजीह मिलनी चाहिए। हेजलवुड अगर पूरी तरह से फिट है तो दो वजहों से उन्हें टीम में जगह मिलनी चाहिए। पहला इंग्लैंड की परिस्थितियां उन्हें रास आयेंगी और दूसरा उनके पास मैकग्रा की तरह गेंदबाजी (एक ही लाइन लेंथ की गेंद से बल्लेबाजों को परेशान करना) करने की क्षमता है।
उन्होंने कहा कि लॉर्ड्स की पिच पर एक तरफ से ढलान है और कमेंट्री बॉक्स वाले छोर से गेंदबाजी करते समय में हमें मैक्ग्रा का रिकॉर्ड देखना चाहिए। ईमानदारी से कहूं तो वह (मैक्ग्रा) गेंद को दोनों ओर स्विंग करते हुए घातक साबित होते थे और मुझे लगता है कि हेजलवुड अपनी कद के साथ कुछ ऐसा ही कर सकते हैं।
खेल जगत से जुड़ी अन्य सभी ख़बरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
उन्होंने कहा कि यह पिच ऑस्ट्रेलिया की तरह तेज नहीं हैं, इसलिए आपको थोड़ी अतिरिक्त ऊंचाई और उछाल की जरूरत होती है। हेजलवुड के पास स्कॉट बोलैंड के मुकाबले ऐसा करने की अधिक क्षमता है। मैं हालांकि स्कॉट बोलैंड का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं। बोलैंड ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। शास्त्री ने कहा कि पिच पर अधिक अधिक घास हुई तो ऑस्ट्रेलिया चारों तेज गेंदबाजों को मैदान पर उतार सकता है।