
फीबी लिचफील्ड (फोटो- सोशल मीडिया)
Phoebe Litchfield Century: आईसीसी महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 के दूसरे सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया की युवा ओपनर फीबी लिचफील्ड ने भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ विस्फोटक पारी खेलकर मैच का रुख अपनी टीम के पक्ष में मोड़ दिया। नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेले जा रहे इस मुकाबले में उन्होंने केवल 77 गेंदों में शानदार शतक जड़ा और अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से टीम इंडिया को बैकफुट पर धकेल दिया। अंततः वह 119 रन बनाकर अमनजोत कौर की गेंद पर आउट हुईं, लेकिन तब तक ऑस्ट्रेलिया की नींव बेहद मजबूत हो चुकी थी।
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एलिसा हीली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। शुरुआती ओवरों में ही हीली के 5 रन पर आउट होने से ऑस्ट्रेलिया को झटका जरूर लगा, लेकिन लिचफील्ड ने एक छोर संभाले रखा और रन बनाने की रफ्तार धीमी नहीं होने दी। उन्होंने शुरुआत से ही भारतीय गेंदबाजों पर आक्रामक रुख अपनाया। उनकी पारी में टाइमिंग और शॉट सेलेक्शन का बेहतरीन मिश्रण देखने को मिला।
लिचफील्ड ने खासतौर पर भारतीय तेज गेंदबाज क्रांति गौड़ और अनुभवी स्पिनर दीप्ति शर्मा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने पिच की गति का शानदार उपयोग करते हुए लगातार बाउंड्री लगाई। महज 45 गेंदों में उन्होंने अपना अर्धशतक पूरा किया। इसके बाद वह और भी खतरनाक हो गईं और हर ओवर में रन बरसाने लगीं।
एक मौके पर ऐसा लगा कि भारत को उनकी विकेट मिल सकती है, जब उन्होंने रिवर्स स्वीप खेलते हुए गेंद को हवा में उछाला और शॉर्ट थर्डमैन पर फील्डर ने कैच पकड़ लिया। ऑन-फील्ड अंपायर ने उन्हें आउट भी दे दिया, लेकिन थर्ड अंपायर की जांच में साफ हुआ कि गेंद पहले पिच पर लगी थी और फिर फील्डर के हाथों में गई थी। इस तरह लिचफील्ड को जीवनदान मिल गया, जिसका उन्होंने भरपूर फायदा उठाया।
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22 साल की फीबी लिचफील्ड का यह पहला वनडे वर्ल्ड कप है, और इस टूर्नामेंट में यह उनका पहला शतक रहा। दिलचस्प बात यह है कि यह टीम इंडिया के खिलाफ उनका दूसरा शतक था। उनकी पारी ने ऑस्ट्रेलिया को सेमीफाइनल में बड़ा स्कोर खड़ा करने की दिशा में आगे बढ़ाया और भारतीय गेंदबाजों के आत्मविश्वास को भी तोड़ दिया।






