भारत की अंडर-19 टीम और एसीसी चीफ मोहसिन नकवी (फोटो- सोशल मीडिया)
Mohsin Naqvi: अंडर-19 एशिया कप 2025 का फाइनल मुकाबला पाकिस्तान की ऐतिहासिक जीत के साथ समाप्त हुआ। रविवार 21 दिसंबर 2025 को खेले गए इस खिताबी मुकाबले में पाकिस्तान ने भारत को 191 रनों से हराकर 13 साल बाद अंडर-19 एशिया कप का खिताब अपने नाम किया। इस जीत के हीरो समीर मिन्हास रहे, जिन्होंने फाइनल में शानदार 172 रनों की पारी खेली और मैच को पूरी तरह पाकिस्तान के पक्ष में मोड़ दिया।
फाइनल में पहले बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान ने 50 ओवर में 8 विकेट खोकर 347 रन बनाए। टीम की ओर से समीर मिन्हास ने बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए 172 रन ठोके। उनकी इस पारी ने भारतीय गेंदबाजों पर जबरदस्त दबाव बना दिया और पाकिस्तान को एक विशाल स्कोर तक पहुंचाया।
347 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय अंडर-19 टीम पूरी तरह दबाव में नजर आई। पाकिस्तान की कसी हुई गेंदबाजी के सामने भारतीय बल्लेबाज टिक नहीं सके और पूरी टीम 26.2 ओवर में सिर्फ 156 रन पर ऑलआउट हो गई। इस तरह पाकिस्तान ने फाइनल मुकाबला 191 रनों से जीत लिया।
यह जीत पाकिस्तान के लिए बेहद खास रही। यह उनका 13 साल बाद पहला अंडर-19 एशिया कप खिताब है। इससे पहले पाकिस्तान ने साल 2012 में यह टूर्नामेंट जीता था। इसके साथ ही यह पाकिस्तान के इतिहास में दूसरा अंडर-19 एशिया कप खिताब भी बना।
फाइनल मुकाबले के दौरान मैदान पर माहौल उस वक्त गरमा गया, जब दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच कहासुनी देखने को मिली। आरोप है कि मैच के दौरान भारतीय खिलाड़ियों का व्यवहार खेल भावना के अनुरूप नहीं था। बताया गया कि मैच खत्म होने के बाद भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन मोहसिन नकवी से हाथ भी नहीं मिलाया।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख और एशियन क्रिकेट काउंसिल के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने इस मामले को गंभीर बताया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की ओर से आयोजित स्वागत समारोह में बोलते हुए नकवी ने कहा कि भारत के खिलाड़ियों के व्यवहार को लेकर आईसीसी में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि राजनीति और खेल को अलग रखा जाना चाहिए।
पाकिस्तान अंडर-19 टीम के कोच सरफराज अहमद ने भी भारतीय खिलाड़ियों के रवैये पर नाराजगी जताई। सरफराज ने कहा कि मैच के दौरान भारत का व्यवहार खेल भावना के खिलाफ था। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद पाकिस्तान ने अपनी जीत को पूरी खेल भावना के साथ सेलिब्रेट किया। सरफराज ने साफ कहा कि क्रिकेट हमेशा सम्मान और सही भावना के साथ खेला जाना चाहिए।