अंडर-19 एशिया कप के विश्वकप में पाकिस्तान ने भारत को 191 रन से हराया
IND U19 vs PAK U19: दुबई के मैदान पर खेले गए एसीसी अंडर-19 एशिया कप 2025 के फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान अंडर-19 टीम ने इंडिया अंडर-19 को 191 रनों से करारी शिकस्त दी। इस हार ने भारतीय फैन्स को गहरा झटका दिया। पाकिस्तान ने एक बार फिर बड़े टूर्नामेंट के फाइनल में भारत को मात दी और खिताब अपने नाम किया। खास बात यह रही कि 2017 के बाद एक बार फिर किसी बड़े फाइनल में पाकिस्तान ने भारत को हराया। वहीं अंडर-19 स्तर पर भारत को इससे पहले 2006 में भी पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था।
भारत के खिलाफ इन तीनों बड़ी जीतों में एक नाम बार-बार सामने आता है और वह है सरफराज अहमद। इस बार वह मैदान पर खिलाड़ी के रूप में नहीं, बल्कि पाकिस्तान अंडर-19 टीम के मेंटर के रूप में मौजूद थे। पाकिस्तान की इस खिताबी जीत में सरफराज अहमद का योगदान सबसे अहम माना जा रहा है। उन्होंने पूरे टूर्नामेंट के दौरान युवा खिलाड़ियों का लगातार मार्गदर्शन किया और मुश्किल परिस्थितियों में टीम का हौसला बनाए रखा।
पाकिस्तान अंडर-19 टीम का इस टूर्नामेंट में सफर आसान नहीं रहा था। शुरुआती मुकाबलों में टीम का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा, लेकिन सरफराज अहमद ने युवा खिलाड़ियों का आत्मविश्वास टूटने नहीं दिया। उन्होंने कप्तान और पूरी टीम को लगातार मोटिवेट किया, जिसका असर फाइनल मुकाबले में साफ दिखाई दिया। युवा खिलाड़ियों ने भी जीत के बाद सरफराज अहमद को अपनी सफलता का श्रेय दिया।
फाइनल जीतने के बाद सरफराज अहमद का जश्न मनाने का अंदाज भी चर्चा में रहा। वह मैदान पर अंडर-19 खिलाड़ियों के साथ डांस करते हुए नजर आए और पूरे जोश के साथ जीत का जश्न मनाया। सरफराज का यह अंदाज दिखाता है कि वह किस तरह युवा खिलाड़ियों के साथ भावनात्मक रूप से जुड़े हुए हैं। उनकी मौजूदगी ने टीम के माहौल को सकारात्मक बनाए रखा।
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साल 2017 में सरफराज अहमद पाकिस्तान की सीनियर टीम के कप्तान थे, जब भारत और पाकिस्तान आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में आमने-सामने आए थे। उस मुकाबले में पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए बड़ा स्कोर बनाया और भारत की बल्लेबाजी दबाव में बिखर गई। इससे पहले 2006 के अंडर-19 वर्ल्ड कप फाइनल में भी भारत और पाकिस्तान की टक्कर हुई थी, जहां सरफराज अहमद की कप्तानी में पाकिस्तान ने खिताब जीता था। एक बार फिर सरफराज की मौजूदगी में भारत को फाइनल में हार का सामना करना पड़ा।