हरभजन सिंह का 45वां जन्मदिन (फोटो- सोशल मीडिया)
भारतीय टीम के पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह आज अपना 45वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनकी गिनती दुनिया के बेस्ट ऑफ स्पिन गेंदबाज में होती है। हरभजन सिंह ने अपनी गेंदबाजी का लोहा उस दौर में मनवाया है, जब ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट की दुनिया में राज करती थी। उस वक्त भी ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज भारत के इस दिग्गज स्पिन गेंदबाज के सामने संघर्ष करते नजर आते थे।
हरभजन सिंह का जन्म 3 जुलाई 1980 को पंजाब के जालंधर में हुआ था। बताया जाता है कि भज्जी पहले तेज गेंदबाज बनना चाहते थे, लेकिन देखते ही देखते वो कब स्पिन गेंदबाज बन गए, जिसका खुद उन्हें भी पता नहीं चल पाया। भारतीय क्रिकेट टीम की बड़ी-बड़ी जीत उनका अहम योगदान रहा है।
टीम इंडिया में वो नियमित रूप से नहीं खेल पाए। टीम से अंदर-बाहर रहने वाले हरभजन सिंह ने साल 2022 में क्रिकेट से संन्यास लिया। फिर उन्होंने राजनीति में कदम रखा और आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सासंद बन गए। इसके अलावा भज्जी वर्तमान में कमेंट्री भी करते हुए दिखाई देते हैं।
हरभजन सिंह को साल 2001 के उस मैच के लिए याद किया जाता है, जब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में भारत के पहली हैट्रिक अपने नाम की। उन्होंने ऐसा कर अपना नाम इतिहास के पन्नों में समेट लिया। टर्बनेटर के नाम से मशहूर हरभजन सिंह ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों के छक्के छुड़ाने के लिए जाने जाते हैं।
उन्होंने 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हैट्रिक ली। इस दौरान टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी थी। इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव वॉ ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करना का फैसला किया था। मुकाबले में एक वक्त टीम का स्कोर 4 विकेट में 252 रन था। फिर भज्जी ने चमत्कारिक ओवर डालकर मैच का रुख पलट कर रख दिया।
पहली पारी में भज्जी ने 123 रन देकर सात विकेट लिए थे। वहीं, दूसरी पारी में उन्होंने 73 रन देकर 6 विकेट लिए। उनके इस शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारत ने फॉलोऑन खेलने के बावजूद ऑस्ट्रेलिया को 171 रन से धूल चटाई। वहीं, इस सीरीज के तीसरे मैच में भी भज्जी ने 15 विकेट अपने नाम किए और ये मैच भी भारत दो विकेट जीत लिया था।
इस ओवर में भज्जी ने हैट्रिक लेते हुए कंगारू टीम के रिकी पोटिंग, एडम गिलक्रिस्ट और शेन वार्न को अपना शिकार बनाया। इस मैच की पहली पारी में उन्होंने 123 रन देकर 7 विकेट अपने नाम किए थे। जबकि दूसरी पारी में 73 रन देकर 6 विकेट लिए। भज्जी ने इस मुकाबले में कुल 13 विकेट अपने नाम किए।
उनके इस प्रदर्शन की बदौलत टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को 171 रन हराया। इसके बाद तीसरे मुकाबले में हरभजन सिंह ने 15 विकेट अपने नाम किए। ये मुकाबला भारत ने 2 विकेट से अपने नाम किया। कुल मिलाकर टीम इंडिया के इस पूर्व गेंदबाज से कंगारू टीम के बल्लेबाज मैदान पर कंपकपाते थे।
हरभजन सिंह ने भारतीय टीम के लिए कुल 103 टेस्ट मुकाबले खेले हैं। इस दौरान उनके नाम 417 विकेट दर्ज हैं। वहीं, वनडे के 236 मुकाबलों में उन्होंने 269 विकेट लिए हैं। दूसरी तरफ 28 टी20 मुकाबलों में भज्जी ने कुल 25 विकेट लिए हैं।