वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (फोटो-सोशल मीडिया)
स्पोर्ट्स डेस्क: बीसीसीआई ने 2027 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल की मेजबानी करने में रुचि दिखाई है। इस बार का भी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल का आयोजन इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड द्वारा किया जा रहा है। इससे पहले भी दो बार इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने ही इसकी मेजबानी की थी। इस बार का फाइनल ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच 11 से 25 जून तक लॉर्ड्स में खेला जाएगा।
ब्रिटिश अख़बार द गार्जियन की एक रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआई ने पिछले महीने जिम्बाब्वे में आयोजित आईसीसी मुख्य कार्यकारी समिति की बैठक में 2027 फाइनल की मेज़बानी के लिए बोली लगाने की मंशा जताई। बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व समिति में इसके मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण सिंह धूमल कर रहे हैं, जबकि बीसीसीआई सचिव जय शाह वर्तमान में आईसीसी के अध्यक्ष हैं। ऐसे में बीसीसीआई की औपचारिक बोली को गंभीरता से लिया जाना तय माना जा रहा है।
इंग्लैंड में पहली बार विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल 2021 में हैम्पशायर के रोज बाउल में खेला गया था। वहीं 2023 का फाइनल इंग्लैंड के ओवल में खेला गया था। जहां भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीम में भिड़ंत हुई थी। अब 2025 के फाइनल का मुकाबला इंग्लैंड के लॉर्ड्स में खेला जाएगा। इस बार के फाइनल के लिए पहले चार दिनों के टिकट की बिक्री हो चुकी है।
बीसीसीआई के रुचि दिखाने के बाद आईसीसी को इस बात की चिंता है कि अगर 2027 का फाइनल भारत में आयोजित किया जाता है तो दर्शकों की संख्या कम होगी। इसको लेकर ईसीबी ने कहा कि उनकी मंशा WTC फाइनल की स्थायी मेज़बानी की नहीं रही है, लेकिन वो चाहते हैं कि निर्णय जल्द लिया जाए, जिससे अगर फाइनल इंग्लैंड के बाहर आयोजित हो, तो वे घरेलू टेस्ट शेड्यूल में बदलाव कर सकें।
हालांकि बीसीसीआई की बोली मजबूत है, लेकिन ICC के कुछ सदस्य भारत में आयोजन को लेकर चिंतित हैं। मुख्य चिंता यह है कि अगर भारत 2027 के फाइनल के लिए क्वालिफाई नहीं करता, तो टिकटों की बिक्री प्रभावित हो सकती है। इसके विपरीत, इंग्लैंड में पिछले दोनों फाइनल्स के टिकट, इंग्लैंड की टीम के बिना भी, पूरी तरह बिक चुके हैं, जिससे वहां की लोकप्रियता और बाज़ार क्षमता स्पष्ट होती है।
2025-2027 विश्व टेस्ट चैंपियनशिप चक्र में नौ टीमों के एकल डिवीजन प्रारूप को जारी रखा गया है। इस चक्र की शुरुआत 20 जून से भारत के इंग्लैंड दौरे से होगी, जिसमें पांच टेस्ट मैच खेले जाएंगे।