हर मोबाइल यूजर दिन भर में आने वाले 20 से 25 प्रमोशनल काल से हैरान-परेशान महसूस करता है। देश में हर माह मोबाइल यूजर्स को 120 से 150 मिलियन फिशिंग मैसेज भेजे जाते हैं। हर 12 में से 1 व्यक्ति हर माह फिशिंग की चपेट में आकर लुट जाता है। लगभग 3 लाख लोग धोखाधड़ी का शिकार होते हैं। इनमें से केवल 45,000 लोग ही घटनाओं की रिपोर्ट करते हैं। ऐसी हालत में मोबाइल और उनके एप्स अभिशाप बनकर रह जाते हैं। इसे देखते हुए सरकार की ओर से बैंक मैसेज कॉल के साथ प्रमोशनल कॉल और मैसेज के लिए एक नई नंबर सीरीज को जारी किया गया है। इससे मोबाइल यूजर्स को काफी राहत मिलेगी। उन्हें अनचाहे कॉल्स से छुटकारा मिलेगा।
मोबाइल फ्राड एक बड़ी समस्या है। घर बैठे पैसा कमाने, लाटरी लगने, किसी तरह का जुआ खेलने के लिए लुभाने वाले कॉल्स के चक्कर में लोग फंस जाते हैं और अपनी खून-पसीने की कमाई से हाथ धो बैठते हैं। दूरसंचार विभाग और टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) ने मिलकर नई मोबाइल नंबर सीरीज जारी की है। जिसके तहत 140 मोबाइल नंबर सीरीज से प्रमोशनल वॉइस कॉलिंग वाले मैसेज आएंगे, जबकि 160 नंबर सीरीज से वित्तीय लेनदेन और सर्विस वॉयस कॉल आएंगे।
ऐसा अनुमान है कि आने वाले दिनों में टेलिकॉम ऑपरेटर जियो, एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया की ओर से इन नंबर सीरीज को देशभर में लागू कर दिया जाएगा, जिसके बाद इन्हीं दो मोबाइल नंबर सीरीज से प्रमोशनल और बैंकिंग मैसेज को जारी किए जाएंगे। इससे यूजर्स पहचान पाएंगे कि आखिर कौन से प्रमोशनल और बैंकिंग मैसेज हैं।
सरकार का मानना है कि इससे मोबाइल फ्रॉड रोकने में मदद मिलेगी। लोग वॉट्सऐप जैसे प्लेटफॉर्म से फर्जी मैसेज नहीं भेज पाएंगे। इसके अलावा वॉट्सऐप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से फर्जी कॉल और मैसेज करने वालों पर नकेल कसने की तैयारी है। ट्राई और डॉट दोनों ने मिलकर ओटीटी प्लेटफॉर्म को रेगुलेट करने का प्लान बनाया है। इसके लिए ओटीटी प्लेयर से ड्रॉफ्ट बनाने के लिए सुझाव मांगे जाएंगे। साथ ही ऑनलाइन फ्रॉड को रोकने के लिए सरकार ब्लॉकचेन बेस्ड सॉल्यूशन और डिस्ट्रीब्यूटेड लेजर टेक्नोलॉजी (डीएलटी) को रोल आउट कर रहे हैं। नई सरकार बनने के 100 दिनों के एक्शन प्लान के तहत मोबाइल यूजर्स के लिए नए नियमों को जारी किया जा सकता है।