Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो
  • चुनाव

  • ई-पेपर
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • राजनीति
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • क्राइम
  • नवभारत विशेष
  • मनोरंजन
  • बिज़नेस
  • अन्य
    • वेब स्टोरीज़
    • वायरल
    • अन्य
      • ऑटोमोबाइल
      • टेक्नॉलजी
      • करियर
      • धर्म
      • टूर एंड ट्रैवल
      • वीडियो
      • फोटो
      • चुनाव
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • क्राइम
  • लाइफ़स्टाइल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • राजनीति
  • बिज़नेस
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक्नॉलजी
  • धर्म
  • वेब स्टोरीज़
  • करियर
  • टूर एंड ट्रैवल
  • वीडियो
  • फोटो
  • चुनाव
In Trends:
  • Ganesh Chaturthi |
  • Tariff War |
  • Bihar Assembly Elections 2025 |
  • Weather Update |
  • Aaj ka Rashifal |
  • Share Market
Follow Us
  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

नवभारत विशेष: गहन अंतरिक्ष में धातुओं और ऊर्जा की खोज, अंतरिक्ष के अनसुलझे रहस्य होगे उजागर

Deep Space Exploration: प्रधानमंत्री की मंशा है कि 'डीप स्पेस एक्सप्लोरेशन मिशन' की बड़े स्तर पर तैयारी हो और इससे संबंधित सभी क्षेत्रों में शोध के साथ-साथ प्रायोगिक एवं व्यावहारिक कार्य भी किए जाएं।

  • By दीपिका पाल
Updated On: Aug 29, 2025 | 01:53 PM

गहन अंतरिक्ष में धातुओं और ऊर्जा की खोज (सौ. डिजाइन फोटो)

Follow Us
Close
Follow Us:

 

नवभारत डिजिटल डेस्क: गहन अंतरिक्ष अनुसंधान की ओर कदम बढ़ाकर देश ने दूरदर्शिता का परिचय दिया है।मानवता के भविष्य को उन्नत और उज्ज्वल बनाने तथा अंतरिक्ष के अनसुलझे रहस्यों को उजागर करने के लिए यह अनिवार्य है।प्रधानमंत्री की मंशा है कि ‘डीप स्पेस एक्सप्लोरेशन मिशन’ की बड़े स्तर पर तैयारी हो और इससे संबंधित सभी क्षेत्रों में शोध के साथ-साथ प्रायोगिक एवं व्यावहारिक कार्य भी किए जाएं।इसमें इसरो के साथ-साथ निजी कंपनियों, अंतरिक्ष क्षेत्र में काम कर रहे स्टार्टअप्स और विदेशी एजेंसियों का भी यथोचित सहयोग लिया जाए।पृथ्वी पर सोना, प्लैटिनम, निकल, कोबाल्ट जैसी धातुएं लगातार खनन के चलते सीमित मात्रा में शेष रह गई हैं।भविष्य में इनकी मांग और बढ़ेगी, तब इनकी उपलब्धता कठिन होगी।

दूसरी ओर अंतरिक्ष में मौजूद क्षुद्रग्रहों में ये धातुएं प्रचुर मात्रा में पाई जाती हैं।कई क्षुद्रग्रहों की संरचना लगभग पूरी तरह लोहे-निकल अथवा इसी प्रकार की धातुओं से बनी होती है।ऐसे में समझा जा सकता है कि वे पृथ्वी के लिए कितने जीवनदायी सिद्ध हो सकते हैं, बशर्ते हम उन तक पहुंचकर खनन कर सकें।क्षुद्रग्रहों और अन्य पिंडों से खनिज प्राप्त कर पृथ्वी पर बढ़ती आबादी और उद्योगों की आवश्यकताएं पूरी की जा सकती हैं।इस प्रकार, अंतरिक्ष अन्वेषण पृथ्वी के संसाधनों पर दबाव कम करेगा और मानवता को टिकाऊ विकल्प प्रदान करेगा।इन उद्देश्यों की पूर्ति के लिए डीप स्पेस एक्सप्लोरेशन आवश्यक है।क्षुद्रग्रहों का पता लगाने, वहां पहुंचने, खनन करने और संसाधन लाने के लिए लंबी दूरी तक जाने वाली तकनीक चाहिए।

यही नहीं, अंतरिक्ष या अन्य ग्रहों पर जीवन खोजने, अथवा चांद और मंगल पर कुछ समय तक निवास हेतु आवश्यक तकनीक विकसित करने के लिए भी गहन अंतरिक्ष का अध्ययन अपरिहार्य है।आज पृथ्वी ऊर्जा संकट, जल संकट और खनिज संसाधनों की कमी का सामना कर रही है।यह अध्ययन इन समस्याओं के स्थाई समाधान में सहायक होगा।चंद्रमा पर हीलियम-3 नामक तत्व बहुतायत में उपलब्ध है, जो भविष्य में नाभिकीय संलयन हेतु ऊर्जा का मुख्य आधार बन सकता है.विभिन्न स्पेस एजेंसियां सक्रियः चंद्रमा पर प्रसंस्कृत यह ऊर्जा, यदि पृथ्वी पर पहुंच सके, तो यह असीमित और पूरी तरह स्वच्छ ऊर्जा का स्रोत सिद्ध होगी।

ये भी पढ़ें–  नवभारत विशेष के लेख पढ़ने के लिए क्लिक करें

अंतरिक्ष आधारित सौर ऊर्जा संग्रह प्रणाली विकसित हो जाने के बाद पृथ्वी को प्रदूषणमुक्त ऊर्जा उपलब्ध होगी।इसी प्रकार, चंद्रमा और मंगल पर मौजूद बर्फ के भंडार से जल को ईंधन और ऊर्जा में परिवर्तित कर उसका दोहरा उपयोग संभव होगा।इस प्रकार, गहन अंतरिक्ष अन्वेषण से धातुएं, खनिज और जल प्राप्त कर पृथ्वी के संसाधनों की भारी बचत हो सकती है।अमेरिका, जापान, चीन और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसियां इस दिशा में सक्रिय हैं।अमेरिका और जापान दो वर्ष पहले क्षुद्रग्रहों से नमूने लाने में सफल हो चुके हैं।नासा मंगल की मिट्टी-पत्थर का अध्ययन कर नमूने लाने की तैयारी में है और उसका एक मिशन बृहस्पति के वातावरण तथा चुंबकीय क्षेत्र का अध्ययन कर रहा है।आर्टेमिस कार्यक्रम के अंतर्गत नासा 2030 तक चंद्रमा पर मानवीय बेस स्थापित करने की योजना बना रहा है।

लेख- संजय श्रीवास्तव के द्वारा

Searching for metals and energy in deep space

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Aug 29, 2025 | 01:53 PM

Topics:  

  • Mission Moon
  • Space Agency
  • Space News

सम्बंधित ख़बरें

1

अंतरिक्ष में पहुंचा AI चैटबॉट, चीन ने तियांगोंग स्पेस स्टेशन पर किया डिप्लॉय

2

अंतरिक्ष यात्री कैप्टन शुभांशु शुक्ला कल भारत में, PM मोदी से करेंगे मुलाकात; लिखा भावुक पोस्ट

3

20 जुलाई का इतिहास : आज के दिन ही चांद की सतह पर मनुष्य ने रखा था पहला कदम

4

‘भारत अब भी सारे जहां से अच्छा…’, लौटने से पहले बोले शुभांशु शुक्ला

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • अकोला
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.