टीम इंडिया (डिजाइन फोटो)
एक समय ऐसा भी था जब 5 दिनों के खेल के बाद भी टेस्ट मैच ड्रा हो जाता था। तब जयसिम्हा और नरी कान्ट्रैक्टर की जोड़ी दिन भर के खेल में नॉटआउट रहकर अधिकतम 250 रन बनाती थी। तब बड़ी मुश्किल से चौका लगता था, छक्का लगना तो बहुत रेयर था। सिक्सर मारनेवालों में सीके नायडू या सलीम दुर्रानी का बहुत नाम था। तेजी से रन बनानेवालों में मुश्ताक अली का नाम मशहूर था।
अब टेस्ट क्रिकेट भी टी-20 जैसा रोमांचक हो गया है। बांग्लादेश के साथ कानपुर टेस्ट 3 दिनों से बारिश की वजह से रुका हुआ था। चौथे दिन जब खेल शुरू हुआ तो लोग मान रहे थे कि यह बेनतीजा समाप्त होगा लेकिन कप्तान रोहित शर्मा इस टेस्ट को जीतने के लिए कटिबद्ध थे। उन्होंने अपनी टीम को तेजी से 50 ओवर में 400 रन बनाने का लक्ष्य दिया।
खुद रोहित ने मैदान में उतरते ही शुरूआती 2 गेंदों पर 2 सिक्सर जड़ दिए। इससे टीम में जोश आना ही था। भारतीय बल्लेबाजों ने 34.4 ओवर में 8.22 रन के औसत से धुंआधार रन बनाए। इनमें 28 चौके और 11 छक्के शामिल थे। उन्होंने 127 वर्ष का रिकार्ड तोड़ दिया।
यह भी पढ़ें- चुनाव को ध्यान में रखकर, अनेक लोकलुभावन कदम व घोषणाएं
जसप्रीत बुमराह, जडेजा और अश्विन ने कमाल की गेंदबाजी कर बांग्लादेश की टीम को आउट कर दिया। गत माह पाकिस्तान को हरानेवाली बांग्लादेश की टीम को भारत ने धूल चटा दी। यदि भारत इस मैच को नहीं जीतता तो अगले वर्ष होनेवाले विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में जाने की उसकी संभावनाओं पर विपरीत असर पड़ता। रोहित की हिम्मत और रणनीति तथा टीम के जोश से यह मैच भारत ने जीता। अश्विन भारत का सबसे सफल ऑफ स्पिनर है।
जसप्रीत बुमराह सबसे सफल तेज गेंदबाज है। रवींद्र जडेजा को छोड़कर देश के किसी भी लेफ्ट आर्म स्पिनर ने इतने विकेट नहीं लिए। रोहित और सिराज ने फील्डिंग करते समय उछल-उछल कर कठिन कैच लिए। कानपुर टेस्ट सिर्फ 1040 गेंदों में समाप्त हो गया। यह दुनिया का सबसे कम समय में पूरा होनेवाला टेस्ट मैच रहा।
आक्रामक शैली से खेलनेवाले रोहित को ‘हिटमैन’ कहा जाता है। इस वर्ष की शुरूआत में इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई टेस्ट सीरीज में रोहित की टीम में विराट कोहली, केएल राहुल, रिषभ पंत व मोहम्मद शमी नहीं थे लेकिन फिर भी 4 नए खिलाड़ियों के साथ यह टीम सफल रही। भारत जीत के लक्ष्य के साथ ऊंचे दर्जे का क्रिकेट खेल रहा है। गत वर्ष हमने वनडे इंटरनेशनल वर्ल्डकप जीता और उसके बाद टी-20 वर्ल्ड कप। 6 माह बाद रोहित 38 वर्ष के हो जाएंगे। उन्होंने अपने जोशीले खेल पर उम्र को हावी नहीं होने दिया।
लेख- चंद्रमोहन द्विवेदी द्वारा