Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो
  • चुनाव

  • ई-पेपर
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • राजनीति
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • क्राइम
  • नवभारत विशेष
  • मनोरंजन
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़
  • वायरल
  • अन्य
    • ऑटोमोबाइल
    • टेक्नॉलजी
    • करियर
    • धर्म
    • हेल्थ
    • टूर एंड ट्रैवल
    • वीडियो
    • फोटो
    • चुनाव
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • क्राइम
  • लाइफ़स्टाइल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • राजनीति
  • बिज़नेस
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • धर्म
  • वेब स्टोरीज़
  • करियर
  • टूर एंड ट्रैवल
  • वीडियो
  • फोटो
  • चुनाव
In Trends:
  • Bihar Assembly Election 2025 |
  • Aaj ka Rashifal |
  • ICC Women’s Cricket World Cup |
  • Donald Trump |
  • Weather Update |
  • Share Market
Follow Us
  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

संपादकीय: सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट का भारत हकदार

United Nations: आबादी के लिहाज से विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र का यह स्वाभाविक अधिकार है लेकिन भारत के दावे का समर्थन करने के बजाय चीन हमेशा से उसकी राह में अड़ंगा डालता रहा है।

  • By दीपिका पाल
Updated On: Oct 11, 2025 | 01:30 PM

सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट का भारत हकदार (सौ. सोशल मीडिया)

Follow Us
Close
Follow Us:

नवभारत डिजिटल डेस्क: रूस, अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, जापान, ब्राजील और अफ्रीकन यूनियन के बाद ब्रिटेन भी इस बात से सहमत है कि भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनाया जाए।आबादी के लिहाज से विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र का यह स्वाभाविक अधिकार है लेकिन भारत के दावे का समर्थन करने के बजाय चीन हमेशा से उसकी राह में अड़ंगा डालता रहा है।उसके वीटो (निषेधाधिकार) की वजह से भारत अपने हक से वंचित रहा है।जब 1945 में लीग आफ नेशन्स विफल हो गई तब उसके स्थान पर संयुक्त राष्ट्र बनाना तय किया गया।उसकी सुरक्षा परिषद का 1948 से वही ढांचा चला आ रहा है जिसमें 5 स्थायी और 6 अस्थायी सदस्य रहते हैं।

अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस और चीन स्थायी सदस्य हैं।इन सभी के पास वीटो का अधिकार है।इनमें से एक भी देश मना कर दे तो कोई प्रस्ताव पास नहीं हो पाता।भारत ने अपना हक छोड़ कर जरूरत से ज्यादा उदारता दिखाते हुए प्रस्ताव पारित करवा कर चीन को यूएन सिक्योरिटी काउंसिल की स्थायी सदस्यता दिलवाई थी।तब उम्मीद थी कि चीन इस उपकार को मानते हुए भारत से मित्रता व सहयोग निभाएगा।ऐसा नहीं हुआ।चीन ने पहले तिब्बत हड़पा और फिर 1962 में पंचशील समझौते की धज्जियां उड़ाते हुए भारत पर हमला किया था।सुरक्षा परिषद में चीन हमेशा पाकिस्तान का पक्ष लेता है और भारत के खिलाफ जाता है।सुरक्षा परिषद का विस्तार और स्थायी सदस्यों की संख्या में वृद्धि समय की मांग है।यूएन को गठित हुए 75 वर्ष से ज्यादा समय बीत चुका है इसलिए उसमें ढांचागत परिवर्तन होना ही चाहिए।भारत हमेशा से शांतिपूर्ण सहयोग और सभी के साथ मैत्री के पक्ष में रहा है।

वह यूएन के व्यापक उद्देश्यों से समरसता रखता है।यूएन के शांति मिशन में भारत ने हमेशा सहयोग देते हुए युद्ध क्षेत्रों में शांति सेना भेजी।पिछले दशकों में कांगो से लेकर गाजापट्टी तक में भारत की सेना ने जाकर यूएन के झंडे तले शांति स्थापना, मानवीय सहायता व पुनर्वास का काम किया।अब मुंबई में प्रधानमंत्री मोदी के साथ शिखर वार्ता में ब्रिटेन के पीएम कीव स्टार्मर ने वैश्विक मामलों में भारत की बढ़ती भूमिका का उल्लेख करते हुए उसकी सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता का पुरजोर समर्थन किया।जिन अंग्रेजों ने भारत में 2 सदी तक राज किया, वह आज स्वाधीनता के बाद से हुई हमारे देश की प्रगति से चकित हैं।

ये भी पढ़ें–  नवभारत विशेष के लेख पढ़ने के लिए क्लिक करें 

दोनों देशों के बीच व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौता भी हुआ है जो आपसी साझेदारी का नया अध्याय लिखेगा।ब्रिटेन के 9 नामी विश्वविद्यालय भारत में अपने कैम्पस खोलेंगे जिससे युवाओं को ब्रिटेन में पढ़ने जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भारत सबसे बड़ी उपस्थिति वाला देश बन जाएगा।वैश्विक प्रतिभा आदान-प्रदान को भी बढ़ावा मिलेगा।अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप के नकारात्मक कदमों का असर इससे कम होगा।

लेख-चंद्रमोहन द्विवेदी के द्वारा

India deserves a permanent seat in the security council

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Oct 11, 2025 | 01:30 PM

Topics:  

  • China
  • Indian Democracy
  • Special Coverage
  • United Nations

सम्बंधित ख़बरें

1

11 अक्टूबर का इतिहास : हिंदी सिनेमा के सर्वकालिक लोकप्रिय अभिनेता अमिताभ बच्चन का जन्मदिन

2

ट्रंप का ‘टैरिफ-टैरिफ’ खेल फिर से शुरू! चीन पर 100% अतिरिक्त टैक्स से दुनिया के बाजारों में हड़कंप

3

पाकिस्तान पर किसी भी वक्त हो सकता है हमला…टेंशन में जिनपिंग, चीन की खुफिया एजेंसी का अलर्ट

4

नवभारत विशेष: भारत-ब्रिटेन संबंधों में ‘ब्रिस्क’ से नए युग का उदय

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • अकोला
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.