पति को कह दिया पालतू चूहा, इसी मुद्दे पर तलाक हुआ (सौ. डिजाइन फोटो)
नवभारत डिजिटल डेस्क: पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘निशानेबाज, छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने एक व्यक्ति के तलाक के आवेदन को मंजूरी दे दी। अदालत ने माना कि पत्नी का अपने पति को ‘पालतू चूहा’ कहना क्रूरता है। यह तलाक का आधार बनता है।’ हमने कहा, ‘चूहा कहने से पति को बुरा क्यों लगा? चूहा तो गणेशजी का वाहन है। पत्नी उसे मूषकराज कहती तो शायद वह बर्दाश्त कर लेता!
आपको याद होगा कि जब सिक्यारा टनेल में मजदूर फंस गए थे और बड़ी-बड़ी विदेशी मशीनों के ब्लेड चट्टान काटने में टूट गए थे तब रैटमाइनर कहलाने वाले कुशल श्रमिकों ने चट्टानों को अपने औजारों से खुरचकर रास्ता बनाया था और उन फंसे हुए लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला था। चूहे के समान चट्टानों को फोड़नेवाले इन रैट माइनर्स या चट्टानफोडवा को सम्मानित व पुरस्कृत किया गया था। पुरानी फिल्म ‘दिल्ली का ठग’ में किशोरकुमार ने नूतन को छेड़ते हुए गाया था- सीएटी कैट, कैट माने बिल्ली, आरएटी रैट, रैट माने चूहा, दिल है तेरे पंजे में तो क्या हुआ!’ पड़ोसी ने कहा, ‘निशानेबाज, इंसान DIVORCE को चूहा कहना उसका अपमान करना है। इसका मतलब होता है डरपोक, कायर या बुजदिल।
पति अपने माता-पिता का आज्ञाकारी था तो पत्नी ने उसे पालतू चूहा कहकर अपमानित किया। पत्नी का दबाव था कि माता-पिता को छोड़ो और मेरे साथ अकेले रहो। घर में पार्टीशन कर पाकिस्तान बनाओ।’ हमने कहा, ‘यदि पति उसकी बात मानकर वृद्ध माता-पिता को बेसहारा छोड़ देता तो क्या वह पत्नी का पालतू चूहा या जोरू का गुलाम नहीं कहलाता ? किसी प्राणी से पति की तुलना करना उसे अपमानित करना है।’
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हमने कहा, ‘महाराष्ट्र में वाघ, लांडगे, कोल्हे, कुत्रे, मांजरे, माकोड़े, नागदेवते जैसे सरनेम हैं। अपने ऐसे उपनाम पर लोग गर्व करते हैं। चूहे के लिए चूहेदानी है तो इंसान के लिए मच्छरदानी! चूहा बड़े परिश्रम से बिल बनाता है और सांप उसमें रहने आ जाता है। चूहा या तो मोटा होता है या मरियल! हिंदी में कहावत है- काजी के घर के चूहे भी सयाने!’ पड़ोसी ने कहा, ‘यदि पत्नी अपने पति को शेर कहती तो वह खुरा हो जाता। उसने पालतू चूहा कहा तो तलाक हो गया।
लेख-चंद्रमोहन द्विवेदी के द्वारा