(डिजाइन फोटो)
ओलंपिक के इतिहास में पहली बार मेजबान शहर में उद्घाटन के कुछ घंटे पहले हाईस्पीड रेल नेटवर्क बाधित करने, केबल काट देने, तोड़फोड़ व आगजनी की निंदनीय और सनसनीखेज घटना हुई। यह एक बड़ी साजिश थी जिसकी वजह से लगभग 8,00,000 यात्री प्रभावित हुए। इनमें बड़ी संख्या ओलंपिक देखने आए दर्शकों, एथलीट व अधिकारियों की है। इसकी वजह से ये लोग ओलंपिक के उद्घाटन समारोह को देखने से वंचित रह गए। फ्रांस के 3 मुख्य शहर पेरिस, लिली और बोरदयो में ट्रेन नेटवर्क सबसे ज्यादा क्षतिग्रस्त हुआ।
फ्रांस के प्रधानमंत्री गैब्रियल अटटाल ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने इस हमले को ओलंपिक में रुकावट डालने की बड़ी साजिश बताया और हमलावरों ने साजिश के तहत पेरिस की ओर उत्तर, पूर्व व पश्चिम से आनेवाली हाईस्पीड ट्रेनों को निशाना बनाया। फ्रांस के अधिकारी सीन नदी पर भव्य ओलंपिक परेड की तैयारी में लगे थे इसी दौरान एटलांटिक, नार्ड और एस्ट की 3 हाईस्पीड ट्रेन लाइनों के ट्रैक के निकट आगजनी की गई। इस तरह की घटनाओं से सैकड़ों यात्री प्रभावित हुए।
कहा कि पूरी प्लानिंग के साथ रेल नेटवर्क को निशाना बनाया गया, फ्रांस के अधिकारियों को शक है कि इस हिंसा, आगजनी व तोडफोड के पीछे रूसी एजेंट और अवैध प्रवासी हो सकते हैं। संदेह के आधार पर एक रूसी एजेंट को हिरासत में लिया गया है। खुफिया एजेंसियां जांच कर रही हैं। फ्रांस में 10 लाख अवैध प्रवासी रहते हैं जिन्हें ओलंपिक में सुरक्षा के लिहाज से पेरिस व नाइस शहरों से खदेड़ा गया था। इस हमले का सबसे ज्यादा असर ब्रिटेन और बेल्जियम की ओर जानेवाली रेल लाइंस पर हुआ है। पेरिस ओलंपिक में भाग लेने के लिए भारत के 117 खिलाड़ी व अधिकारियों का दल फ्रांस गया हुआ है। काफी तादाद में भारतीय दर्शक भी वहां पहुंचे हैं जो अपनी सुविधानुसार विभिन्न इवेंट देखेंगे, फ्रांसीसी अधिकारियों ने इन हमलों को आपराधिक बताते हुए कहा कि इनका खेलों से सीधा संबंध होने का संकेत नहीं मिला है।
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राष्ट्रीय स्तर पर जांच करनेवाले दल ने कहा कि ऐसे अपराधों पर 10 से 20 वर्ष की सजा सुनाई जा सकती है। हमलावरों ने साजिश के तहत पेरिस की ओर उत्तर, पूर्व व पश्चिम से आनेवाली हाईस्पीड ट्रेनों को निशाना बनाया। फ्रांस के अधिकारी सीन नदी पर भव्य ओलंपिक परेड की तैयारी में लगे थे इसी दौरान एटलांटिक, नार्ड और एस्ट की 3 हाईस्पीड ट्रेन लाइनों के ट्रैक के निकट आगजनी की गई।
इस तरह की घटनाओं से सैकड़ों यात्री प्रभावित हुए। कुल 4 हाईस्पीड ट्रेनों में से 2 ट्रेन ओलंपिक खिलाड़ियों को लेकर आ रही थीं। 2 जर्मन खिलाड़ी पेरिस जा रहे थे लेकिन उन्हें बेल्जियम वापस जाना पड़ा। उद्घाटन समारोह में पहुंचने से वंचित होनेवालों की तादाद हजारों में है। फ्रांस की राष्ट्रीय रेलवे कंपनी एसएनसीएफ के सीईओ ज्यां पियरे फरांदू ने कहा कि यह पूर्व निर्धारित और नियोजित हमला था जिसका उद्देश्य फ्रांस के लोगों को गंभीर क्षति पहुंचाना था। लेख चंद्रमोहन द्विवेदी द्वारा