गणेश चतुर्थी से पहले घर में क्यों रखी जाती है मिट्टी (सौ.सोशल मीडिया)
Ganesh Chaturthi Vastu Tips 2025: जिस प्रकार सावन महीना हिंदू धर्म में महत्व रखता है ठीक उसी प्रकार भादो महीना भी। भादो महीने में कई व्रत त्योहार मनाए जाते है। जिसकी अलग की महत्व होता है। हम बात कर रहे है ‘गणेश चतुर्थी’की। जो जल्द ही आने वाली है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, हर साल भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को भगवान गणेश जी का जन्म हुआ था। इसी दिन से गणेश चतुर्थी का उत्सव शुरू होता है जो 10 दिनों तक चलता है।
आपको बता दें, गणेश चतुर्थी का पर्व आते ही बाजारों में रंग-बिरंगी गणपति मूर्तियों की रौनक बढ़ जाती है। भक्त अपने घर पर गणपति को लाने की तैयारी में जुट जाते हैं। हर गणपति भक्त चाहता है कि उनके घर भगवान गणेश का आगमन हो।
लेकिन क्या आपने गौर किया है कि इस त्योहार से कुछ दिन पहले घर-घर में विशेष मिट्टी लाई जाती है और उसे बड़े आदर से पूजा स्थान के पास रखा जाता है? आइए जानते है गणेश चतुर्थी से पहले घर में क्यों रखी जाती है मिट्टी?
आपको बता दें, हिंदू शास्त्रों के अनुसार, माता पार्वती ने भगवान गणेश को गंगा स्नान के दौरान अपने शरीर के उबटन की मिट्टी से बनाया था। इसलिए गणेश जी को मृण्मय यानी मिट्टी से उत्पन्न कहा कहा जाता है।
कई भक्त मानते हैं कि गणपति की पूजा में वही मिट्टी इस्तेमाल होनी चाहिए जिसमें पवित्रता और जीवंत ऊर्जा हो।
आपको बता दें, पंचांग के अनुसार, भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से पहले किसी भी दिन शुभ मुहूर्त में मिट्टी घर लाई जाती है। पौराणिक मान्यता है कि मिट्टी लाने के समय ॐ गं गणपतये नमः मंत्र का जप करने से उस मिट्टी में गणपति का आशीर्वाद बस जाता है।
बता दें, कई जगहों पर यह मिट्टी नदियों के किनारे, खेतों या शिव मंदिर की चौखट से ली जाती है, क्योंकि इन्हें पवित्र और सकारात्मक ऊर्जा का केंद्र माना जाता है।
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कहा जाता है कि मिट्टी का घर में आना दरअसल गणपति के आगमन का पहला संकेत है। यह परंपरा हमें याद दिलाती है कि हम न केवल त्योहार की तैयारी कर रहे हैं, बल्कि अपने भीतर की नकारात्मकता को भी मिट्टी में मिलाकर नई शुरुआत करने वाले है।