वरूथिनी एकादशी (सौ.सोशल मीडिया)
Varuthini Ekadashi 2025: हिन्दू धर्म में वैशाख माह सबसे पवित्र और शुभ महीनों में से एक माना जाता है। इस महीने में पड़ने वाली एकादशी यानी वरूथिनी एकादशी व्रत इस बार 24 अप्रैल को मनाई जाएगी। इस शुभ तिथि पर भक्त भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की विशेष पूजा करते हैं। साथ ही प्रभु की कृपा प्राप्त करने के लिए व्रत भी रखा जाता है।
ऐसी मान्यता है कि वरूथिनी एकादशी पर कुछ विशेष स्थानों पर दीपक जलाने से घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और धन-धान्य में वृद्धि होती है, तो आइए उन खास स्थानों के बारे में जानते हैं।
वरूथिनी एकादशी पर किन स्थानों पर दीपक जलाना है शुभ :
घर के मुख्य द्वार अवश्य जलाएं
ज्योतिषयों के अनुसार, वरूथिनी एकादशी के दिन घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाना बड़ा शुभ होता हैं। कहा जाता है कि, घर के मुख्य द्वार को सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश द्वार माना जाता है। इस दिन मुख्य द्वार पर दीपक जलाने से नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश नहीं कर पाती हैं और जीवन में सकारात्मकता बनी रहती है।
केले के पेड़ के नीचे जलाएं
इस दिन केले के पेड़ के नीचे भी दीपक जलाना बड़ा शुभ होता हैं। क्योंकि, केले के पेड़ में भगवान विष्णु का वास होता है। वरूथिनी एकादशी के शुभ दिन केले के पेड़ के नीचे दीपक जलाने से श्री हरि का आशीर्वाद मिलता है और घर की दरिद्रता दूर होती है। इसलिए इस दिन यहां पर दीपक जलाना न भूलें।
घर के मंदिर में जलाएं दीया
पूजा घर को सबसे पवित्र स्थान होता है। वरूथिनी एकादशी के दिन पूजा घर में भगवान विष्णु के सामने घी का दीपक जलाने से उनकी विशेष कृपा मिलती है और घर में सुख-शांति बनी रहती है।
तुलसी के पौधे के पास
तुलसी का पौधा भगवान विष्णु को बहुत प्रिय है। वरूथिनी एकादशी के दिन तुलसी के पौधे के पास घी का दीपक जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
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रसोई घर
वरूथिनी एकादशी के दिन तुलसी के पौधे के अलावा, घर के रसोई में भी दीपक जलाना शुभ होता है। रसोई घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है। इस दिन रसोई घर में दीपक जलाने से घर में कभी अन्न की कमी नहीं होती और बरकत बनी रहती है।