भाई दूज पर किन गलतियों को करने से बचना चाहिए (सौ.सोशल मीडिया)
Bhai Dooj Mistakes:गुरुवार 23 अक्टूबर को पूरे देशभर में भाई दूज का पावन पर्व मनाया जाएगा। यह दिन भाई-बहन के पवित्र और स्नेहभरे रिश्ते का प्रतीक माना जाता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की लंबी उम्र, उत्तम स्वास्थ्य और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं।
पौराणिक मान्यता के अनुसार, भाई दूज पर जब बहन अपने भाई के माथे पर तिलक लगाती है, तो यमराज स्वयं भाई की रक्षा करते हैं। हालांकि, इस दिन पूजा के दौरान कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना आवश्यक होता है, क्योंकि शास्त्रों में कुछ कार्यों को इस दिन वर्जित बताया गया हैं।
ऐसी गलतियों से पूजा का फल अधूरा रह सकता हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि भाई दूज के दिन किन गलतियों को करने से बचना चाहिए?
कई बार बहनें समय की कमी के कारण पूजा जल्दबाजी में करती हैं, लेकिन ऐसा करना सही नहीं हैं। कहा जाता है कि,इस दिन पूजा पूर्ण विधि-विधान और श्रद्धा के साथ करनी चाहिए। जल्दबाजी में की गई पूजा देवताओं और यमराज दोनों को अप्रसन्न कर सकती है।
इस दिन भाई-बहन दोनों को यमराज और यमुना जी की पूजा करनी चाहिए और एक-दूसरे के कल्याण की कामना करनी चाहिए।
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, भाई दूज की पूजा सुबह या दोपहर के समय ही करनी चाहिए। कहते है शाम के समय पूजा करना अशुभ माना गया है क्योंकि इस दौरान यमराज की ऊर्जा अधिक प्रभावी मानी जाती है, जिससे नकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं इसलिए तिलक और आरती दोपहर से पहले या मध्यान्ह के समय ही करें।
भाई दूज के दिन तिलक में कभी भी काला रंग या काजल का प्रयोग नहीं करना चाहिए। यह रंग नकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। तिलक के लिए हमेशा चंदन, हल्दी, केसर या रोली का उपयोग करना शुभ होता है, क्योंकि ये पवित्रता और सौभाग्य के प्रतीक हैं।
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जैसा कि आप जानते है कि भाई दूज की पूजा का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा तिलक लगाना होता हैं। बहन को अपने भाई के माथे पर रोली, चंदन, केसर या हल्दी से तिलक अवश्य लगाना चाहिए। कहा जाता है कि, ऐसा न करने को अशुभ माना गया है मान्यता है कि बहन तिलक लगाकर अपने भाई की दीर्घायु के लिए यमराज से प्रार्थना करती है। अगर भाई दूर रहता है, तो उसकी फोटो पर तिलक लगाना भी शुभ माना जाता है।