Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो
  • चुनाव

  • ई-पेपर
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • राजनीति
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • क्राइम
  • नवभारत विशेष
  • मनोरंजन
  • बिज़नेस
  • अन्य
    • वेब स्टोरीज़
    • वायरल
    • ऑटोमोबाइल
    • टेक्नॉलजी
    • धर्म
    • करियर
    • टूर एंड ट्रैवल
    • वीडियो
    • फोटो
    • चुनाव
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • क्राइम
  • लाइफ़स्टाइल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • राजनीति
  • बिज़नेस
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक्नॉलजी
  • धर्म
  • वेब स्टोरीज़
  • करियर
  • टूर एंड ट्रैवल
  • वीडियो
  • फोटो
  • चुनाव
In Trends:
  • Tariff War |
  • Weather Update |
  • Aaj ka Rashifal |
  • Parliament Session |
  • Bihar Assembly Elections 2025 |
  • Share Market
Follow Us
  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

क्या होती है छठ पूजा में कोसी भराई की परंपरा, जानिए इसका महत्व

छठ पूजा के दौरान वैसे तो कई परंपरा प्रचलित होती है लेकिन क्या आप कोसी भराई की परंपरा के बारे में जानते है। इस परंपरा का नाता संतान की सुख-समृद्धि से होता है। इस छठ पूजा में कई नियमों के साथ 36 घंटों का कठिन व्रत रखा जाता है।

  • By दीपिका पाल
Updated On: Nov 06, 2024 | 09:34 AM

छठ पूजा में कोसी भराई परंपरा (सौ. डिजाइन फोटो)

Follow Us
Close
Follow Us:

Chhath Puja 2024: हिंदू धर्म में व्रत और त्योहारों का महत्व होता है इसमें सबसे खास व्रत में से एक छठ पूजा का व्रत होता है। इन दिन देशभर में छठ पूजा का माहौल नजर आ रहा है इस दौरान छठी मैया और भगवान सूर्य की पूजा की जाती है। छठ पूजा के दौरान वैसे तो कई परंपरा प्रचलित होती है लेकिन क्या आप कोसी भराई की परंपरा के बारे में जानते है। इस परंपरा का नाता संतान की सुख-समृद्धि से होता है। इस छठ पूजा में कई नियमों के साथ 36 घंटों का कठिन व्रत रखा जाता है। चलिए जानते हैं कोसी भराई की परंपरा के विषय में।

जानिए क्या होती है कोसी भराई की परंपरा

यहां पर छठ पूजा के व्रत में कोसी भराई की परंपरा को जानें तो यह प्राचीन काल की परंपरा में से एक मानी गई है। मान्यता है की सबसे पहले सीता मैया ने इस पूजा को किया था और कोसी भराई का अनुष्ठान आरंभ किया था। छठ पूजा के तीसरे दिन व्रती महिलाएं डूबते सूर्य को अर्घ देने के बाद घर वापस आती है और परिवार के साथ मिलकर कोसी भरती हैं। इसे संतान से जुड़ा मानते हैं यह एक मन्नत का प्रतीक होती है जो संतान से वंचित दंपत्ति करते है।जब भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती है तब भी पूरे परिवार की खुशहाल जिंदगी और अच्छे स्वास्थ्य की कामना के लिए कोसी भरते हैं। यह नियम घाट पर या छत पर किया जाता है।

ये भी पढ़ें- विवाह में आ रही बाधाओं से है आप परेशान, तुलसी विवाह पर करें ये विशेष उपाय

जानिए कैसे करते हैं यह परंपरा

यहां पर कोसी भराई की परंपरा के नियम होते हैं इस दौरान अनुष्ठान के लिए सबसे पहले 5, 11 या 21 गन्नों का चयन किया जाता है। इन्हें एक साथ बांधा जाता है जैसे तुलसी विवाह के लिए गन्ने बांधे जाते है। इसके बाद आटे से पारंपरिक रंगोली तैयार करते हैं इसमें मिट्टी के हाथी को स्थापित किया जाता है। इसके बाद सिंदूर चढ़ाकर पूजा की शुरुआत की जाती है। फिर 12 या 24 दिए जलाए जाते हैं, इनका महत्व पूजा में बड़ा ही विशेष माना जाता है। अंत में कलश स्थापित किया जाता है। जिसमें फल, ठेकुआ और अन्य पूजा सामग्री रखी जाती है। यह पूरी प्रक्रिया न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है। बल्कि समाज में एकता और समर्पण का भी संदेश देती है।

What is the tradition of filling kosi in chhath puja

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Nov 06, 2024 | 09:34 AM

Topics:  

सम्बंधित ख़बरें

1

‘गणेश चतुर्थी’ मनाए जाने से जुड़ी पौराणिक कथाएं जानिए, क्या है इस दिन का विशेष महत्व

2

हरतालिका तीज पर मिट्टी के शिवलिंग की क्यों की जाती है पूजा, जानिए किसने बनाया था मिट्टी का शिवलिंग

3

‘अजा एकादशी’ मंगलवार को, इस मुहूर्त में करें विधिवत पूजा, लक्ष्मीनारायण जी की कृपा मिलेगी

4

प्रेम संबंधों में दरार ला देती हैं ये 3 आदतें, जानिए सफल जीवन के लिए क्या बताया है आचार्य चाणक्य ने

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • सोलापुर
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.