शंखनाद के हैं कई आध्यात्मिक लाभ,
Shankh Benefits: हिन्दू धर्म में पूजा स्थल पर शंख रखने की परंपरा अनादि काल से चली आ रही है। कहा जाता है कि शंख को पूजा स्थान में रखने से और इसे बजाने से शत्रुओं का नाश होता है और सौभाग्य में वृद्धि होती है। मान्यता है कि शंख का स्पर्श पाकर जल गंगाजल के समान पवित्र हो जाता है। माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु दोनों ही अपने हाथों में शंख धारण करते हैं।
विष्णु पुराण के अनुसार, माता लक्ष्मी समुद्रराज की पुत्री हैं तथा शंख उनका सहोदर भाई है। इसलिए यह भी मान्यता है कि जहां शंख है, वहीं लक्ष्मी का वास होता है। इन्हीं कारणों से शंख की पूजा भक्तों को सभी सुख देने वाली है।
सनातन धर्म में हर पूजा पाठ में शंख जरूर बजाया जाता है। ऐसा कहना गलत नहीं होगा कि शंख नाद के बिना कोई भी पूजा अधूरी सी रह जाती है। हालांकि कभी आपने सोचा है कि पूजा के दौरान शंख क्यों बजाए जाते हैं। आइए जानते हैं पूजा के दौरान शंख बजाने से कौन से धार्मिक फायदे –
शंख बजाने के धार्मिक फायदे
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पूजा के दौरान शंख बजाने से देवी-देवताओं की कृपा मिलती है। ऐसा कहते हैं कि शंख बजाने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। शंख की आवाज़ ईश्वर को पुकारने जैसी होती है।
ऐसी मान्यता है कि जिस घर में शंख होता है, वहां लक्ष्मी जी का वास होता है। धार्मिक ग्रंथों में शंख को लक्ष्मी का भाई बताया गया है, क्योंकि लक्ष्मी के समान ही शंख भी सागर से ही उत्पन्न हुआ है और शंख को समुद्र मंथन से निकले चौदह रत्नों में से एक माना जाता है।
शंख की ध्वनि लोगों को पूजा-अर्चना के लिए प्रेरित करती है। ऐसी मान्यता है कि शंख के द्वारा पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं और इस की ध्वनि से दुष्ट आत्माएं पास नहीं आती हैं।
ज्योतिष बताते हैं कि, शंख के जल से विष्णु लक्ष्मी आदि का अभिषेक करने से भगवान प्रसन्न होते हैं और उनकी कृपा दृष्टि प्राप्त होती है।
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ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, शंख का सिर्फ़ धार्मिक या वैज्ञानिक महत्व ही नहीं है बल्कि वास्तुशास्त्र में भी इसका महत्व माना जाता है। वास्तु दोष निवारण में यदि शंख आदि का उपयोग किया जाए तो कई प्रकार के लाभ हो सकते हैं।
यह न केवल वास्तु-दोषों को दूर करता है, बल्कि आरोग्य वृद्धि, आयुष्य प्राप्ति, लक्ष्मी प्राप्ति, पुत्र प्राप्ति, पितृ-दोष शांति, विवाह में विलम्ब जैसे अनेक दोषों का निराकरण एवं निवारण भी करता है। इसे पापनाशक बताया जाता है।