चंद्र ग्रहण (सौ.सोशल मीडिया)
Lunar Eclipse 2025: जल्द ही साल का दूसरा चंद्र ग्रहण लगने वाला हैं। हिंदू धर्म में ग्रहण को अशुभ माना जाता है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इस दौरान नकारात्मक शक्तियां प्रभावी हो जाती हैं। यही वजह है कि ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ, खाने-पीने और शुभ कार्य करने की मनाही होती है। वहीं, इस दौरान मंदिरों के कपाट भी बंद कर दिए जाते हैं।
आपको बता दें, साल का पहला चंद्र ग्रहण होली पर लगा था और अब जल्द ही दूसरा चंद्र ग्रहण भी लगने वाला हैं। चंद्र ग्रहण का धार्मिक महत्व भी हैं। माना जाता है कि ग्रहण लगने पर सूतक काल भी लग जाता है जिसमें कुछ खास बातों का ध्यान रखा जाना आवश्यक होता हैं। ऐसे में यहां जानिए साल का दूसरा चंद्र ग्रहण कब लगेगा, किस तरह का होगा, संसार के किन-किन हिस्सों से नजर आएगा, भारत से दिखेगा या नहीं और इसका सूतक काल मान्य होगा या नहीं –
कब लगेगा अगला चंद्र ग्रहण और क्या है समय
आपको बता दें, इस साल का अगला चंद्र ग्रहण सितंबर महीने में लगने वाला है। यह चंद्र ग्रहण 7-8 सितंबर की रात को लगेगा, और भारतीय समय के मुताबिक ग्रहण का समय रात 9 बजकर 57 मिनट से शुरू होकर 8 सितंबर की अर्धरात्रि 12 बजकर 23 मिनट तक होगी।
दिलचस्प बात ये है, कि सितंबर में लगने वाला यह चंद्र ग्रहण पूर्ण चंद्र ग्रहण होने वाला है। पूर्ण चंद्र ग्रहण में चंद्रमा लाल रंग का नजर आता है जिसे ब्लड मून भी कहा जाता है।
पूर्णिमा के दिन लगेगा साल का दूसरा चंद्र ग्रहण
इस दिन भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा भी है। चूंकि, हिन्दू धर्म में पूर्णिमा का काफी महत्व है, इसलिए पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण लगने को विशेष खगोलीय और धार्मिक घटना के रूप में देखा जाता है।
कहां-कहां से देखा जा सकता है यह चंद्र ग्रहण
अगला चंद्र ग्रहण संसार के कई हिस्सों से देखा जा सकता है। इनमें एशिया, यूरोप, अंटार्कटिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक, हिंद महासागर और ऑस्ट्रेलिया शामिल है।
क्या भारत से नजर आएगा चंद्र ग्रहण
आपको बता दें, साल का दूसरा चंद्र ग्रहण को भारत से देखा जा सकता है। यह चंद्र ग्रहण भारत समेत एशिया के कई देशों में भी देखा जा सकता है।
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चंद्र ग्रहण का सूतक काल लगेगा या नहीं जानिए
आपको बता दें, हिंदू धर्म में सूतक काल का विशेष महत्व होता है। सूतक काल को अशुभ समय माना जाता है और सूतक काल ग्रहण लगने से 12 घंटे पहले शुरू हो जाता है। भारत से चंद्र ग्रहण नजर आने वाला है और इसीलिए चंद्र ग्रहण का सूतक काल भारत में मान्य होगा। सूतक काल लगने पर कई तरह के कार्य करना वर्जित माना जाता है।