Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • यूटिलिटी न्यूज़
  • फैक्ट चेक
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो

  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

मन की अशांति का मूल कारण: प्रेमानंद महाराज की सीख और भर्तृहरि की कथा से जानें जीवन का सत्य

Bharthari Katha: आधुनिक जीवन में सबकुछ होते हुए भी मन का बेचैन रहना एक आम समस्या बन चुकी है। ऐसे में संत प्रेमानंद महाराज ने इसका कारण बताते हुए एक कथा सुनानी जिसमें आपको भी इसका जवाब मिल सकता है।

  • By सिमरन सिंह
Updated On: Dec 12, 2025 | 06:02 PM

प्रेमानंद महाराज ने सुनाई कथा। (सौ. pinterest)

Follow Us
Close
Follow Us:

Premanand Maharaj Pravachan: आधुनिक जीवन में सबकुछ होते हुए भी मन का बेचैन रहना एक आम समस्या बन चुकी है। एकांतिक वार्तालाप के दौरान जब एक व्यक्ति ने यही सवाल संत प्रेमानंद महाराज से किया तो उनका जवाब सुनकर सब चकित रह गए।

“मन इसलिए नहीं टिकता क्योंकि उसमें भगवान का अभाव है” प्रेमानंद महाराज

उस व्यक्ति ने कहा कि उसने जीवन में लगभग हर सुख-सुविधा हासिल कर ली है, फिर भी उसका मन स्थिर नहीं रहता। इस पर प्रेमानंद महाराज ने स्पष्ट कहा, “सबकुछ होने पर भी तुम्हारे पास भगवान नहीं है। भगवान की शरणागति और आश्रय नहीं लिया। मन बिना भगवान के नहीं टिक सकता, क्योंकि मन भगवान का अंश है और भोगों में कभी तृप्त नहीं हो सकता।”

उन्होंने समझाया कि इंसान को लगता है कि यदि उसे कोई विशेष सुख मिल जाए तो वह तृप्त हो जाएगा। परंतु सच्चाई यह है कि एक सुख पाने के बाद मन दूसरा, फिर तीसरा सुख चाहता है। यही भटकन ही अशांति का कारण बनती है।

भर्तृहरि महाराज की कथा मन की चाह का वास्तविक स्वरूप

प्रेमानंद महाराज ने मन की प्रकृति समझाने के लिए एक प्रेरणादायक कथा सुनाई कथा के अनुसार, चक्रवर्ती सम्राट भर्तृहरि महाराज ने एक दिन विचार किया कि उनके मन की सच्ची इच्छा क्या है। उन्हें पता चला कि मन एक सुंदर स्त्री की चाह रखता है। उन्होंने आदेश दिया कि राज्य की सुंदरियां एकत्रित की जाएं, और उन्होंने पिंगला नाम की स्त्री को अपनी पत्नी के रूप में चुना।

इसके बाद भर्तृहरि महाराज जीवन का पूरा आनंद लेने लगे और राजकाज अपने छोटे भाई को सौंप दिया। लेकिन पिंगला अंदर से खुश नहीं थी। एक दिन उसका मन घोड़ों के रखवाले युवा अश्वपाल पर आ गया और दोनों के अनुचित संबंध बन गए।

अमर फल की कहानी और खुला छल का रहस्य

उसी समय राज्य में एक ब्राह्मण तपस्या कर रहा था। उसे धन चाहिए था, लेकिन इंद्र ने उसे अमरता का फल देकर भेजा। ब्राह्मण वह फल धन के बदले देने के लिए राजा के पास पहुंचा। भर्तृहरि ने फल लेकर उसे पिंगला को दे दिया। लेकिन पिंगला ने वह फल अश्वपाल को दे दिया। अश्वपाल ने वह फल अपनी प्रेमिका नर्तकी को दे दिया। और नर्तकी ने वही फल वापस महाराज को भेंट कर दिया।

फल अपने पास लौटता देख भर्तृहरि स्तब्ध रह गए। जांच कर उन्होंने पूरी सच्चाई जान ली। अगले दिन दरबार में जब अश्वपाल को बुलाया गया, तो उसने बता दिया कि यह फल रानी पिंगला ने दिया था।

ये भी पढ़े: दुनिया के अंत का संकेत देने वाला रहस्यमयी शिवधाम! बस इस कारण से खत्म हो जाएगी दुनिया

सन्यास का निर्णय: सांसारिक सुख से नहीं मिलती शांति

विश्वासघात का सच जानकर भर्तृहरि समझ गए कि न तो राज-पाट, न धन-दौलत और न ही भोग-विलास मन को स्थिर कर सकते हैं। उन्होंने उसी क्षण सन्यास लेने का निर्णय किया। कथा सुनाते हुए प्रेमानंद महाराज ने कहा, “मन सांसारिक वस्तुओं से नहीं तृप्त होता। जब तक भगवान नहीं मिलेंगे, तब तक शांति नहीं मिलेगी।”

Premanand maharaj satsang raja bharthari ki katha man ko kaise shant karen kantik vartalaap

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Dec 12, 2025 | 06:02 PM

Topics:  

  • Astro Tips
  • Premanand Maharaj
  • Religion
  • Spiritual

सम्बंधित ख़बरें

1

दुनिया के अंत का संकेत देने वाला रहस्यमयी शिवधाम! बस इस कारण से खत्म हो जाएगी दुनिया

2

कीर्तन से मन के विकारों का समापन, 18वें कीर्तन महोत्सव में ह.भ.प. जगन्नाथ महाराज पाटिल ने गाए अभंग

3

माता लक्ष्मी को क्यों कहा जाता है उलूक वाहिनी, जानिए इसकी मुख्य वजह

4

Kashinath Maharaj Punyatithi: दो दशकों बाद शंकरपट 21 से काशीनाथ महाराज पुण्यतिथि महोत्सव

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • अकोला
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy Terms & Conditions Author
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.