मार्गशीर्ष अमावस्या पर ऐसे करें पितरों को प्रसन्न (सौ.सोशल मीडिया)
Margashirsha Amavasya 2025: सनातन धर्म में अमावस्या तिथि का बड़ा महत्व होता है। यह तिथि हर महीने में मनाया जाता है। इस बार मार्गशीर्ष यानी अगहन महीने की अमावस्या 20 नवंबर को मनाई जाएगी। ज्योतिष एवं वास्तु -शास्त्र के अनुसार, अमावस्या का दिन पितरों को प्रसन्न करने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु और पितरों की पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति को जीवन में सभी सुख मिलते हैं। साथ ही पितरों की कृपा से बिगड़े काम पूरे होते हैं।
ऐसा माना जाता है कि पितृ दोष लगने पर जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में आप मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन इस खबर में बताए गए उपाय को जरूर करें। इससे पितृ दोष से मुक्ति मिलेगी और शुभ फल प्राप्त होगा।
ज्योतिषयों के अनुसार, पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन सुबह स्नान करने के बाद पूर्वजों का तर्पण, पिंडदान, और श्राद्ध कर्म करें। उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करें। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस उपाय को करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
शास्त्रों के अनुसार, पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ के पास दीपक जलाएं। क्योंकि पीपल के पेड़ में पितरों का वास माना जाता है। ऐसे में मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ के पास दीपक जलाना शुभ माना जाता है। दीपक जलाने के बाद पेड़ की 5 या 7 बार परिक्रमा लगाएं। ऐसा माना जाता है कि इस उपाय को करने से दोष से मुक्ति मिलती है।
शास्त्रों में बताया गया है कि, पितरों की कृपा प्राप्ति के लिए अमावस्या के दिन मंदिर या गरीब लोगों में अन्न-धन समेत आदि चीजों का दान करें। ऐसा माना जाता है कि इस उपाय को करने से पितृ दोष से राहत मिल सकती है और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
ये भी पढ़ें-मंगलवार को बिल्कुल न करें ये काम, वरना भुगतना पड़ सकता है परिणाम, जानिए क्या करना होगा अतिशुभ