चैत्र पूर्णिमा दिन करें ये उपाय (सौ.सोशल मीडिया)
Chaitra Purnima 2025 Upay: इस बार चैत्र मास की पूर्णिमा यानी चैत्र पूर्णिमा 12 अप्रैल, शनिवार को है और सबसे बड़ी खास बात है कि इसी दिन हनुमान जयंती भी पड़ रही है, जिस वजह से इस दिन खास संयोग भी बन रहे है। जैसा कि आप जानते हैं कि हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि का खास महत्व है। इस दिन जगत के पालनहार श्री हरि विष्णु और धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है।
मान्यता तो ये भी है कि इस दिन विधि-विधान से पूजा करने के साथ कुछ खास उपाय करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं, जिससे व्यक्ति का भाग्योदय होने के साथ अपार धन की प्राप्त हो सकती है। ऐसे में आइए जानते हैं इस दिन किए जाने वाले विशेष उपाय।
जानिए चैत्र पूर्णिमा 2025 का शुभ मुहूर्त
हिंदू नववर्ष की इस पहली और बेहद शुभ माने जानी जा रही चैत्र पूर्णिमा तिथि का आरंभ 12 अप्रैल को सुबह 3 बजकर 46 मिनट पर होगा और इस तिथि की समापन 13 अप्रैल को सुबह 4 बजकर 58 मिनट पर हो जायेगा। उदया तिथि को देखते हुए चैत्र पूर्णिमा का व्रत और पूजन 12 अप्रैल को ही करना तय है।
इस दिन करें ये उपाय :
पवित्रता और सफाई से शुरुआत करें
चैत्र पूर्णिमा की शुभ तिथि पर अपने घर और आस-पास की सफाई रखे। ऐसा माना जाता है कि देवी लक्ष्मी साफ जगहों पर निवास करती हैं,पूजा शुरू करने से पहले अपने घर को अच्छी तरह से साफ करना सुनिश्चित करें। स्वच्छता नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने और समृद्धि का स्वागत करने का प्रतीक है। इसलिए इस दिन अपने घर और आस-पास की सफाई जरुर रखें।
इस दिन दान-पुण्य अवश्य करें
इस खास दिन लक्ष्मी कृपा पाने के लिए ज़रूरतमंदों को दान देना न भूलें। गरीबों या धार्मिक संस्थाओं को भोजन, कपड़े या पैसे आदि दान करना बड़ा शुभ होता है। ऐसा करने से माता लक्ष्मी की कृपा आप और आपके परिवार में सदैव बनी रहेगी।
पशुओं और पक्षियों को भोजन खिलाएं
इस दिन पशुओं और पक्षियों को भोजन खिलाना न भूलें। खासकर गाय, कौवे को। मां का आशीर्वांद प्राप्त करने के लिए एक शुभ कार्य माना जाता है।
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फल, मिठाई और चावल चढ़ाएं
इस दिन माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए अनार, केले और आम जैसे ताजे फल चढ़ाएं, क्योंकि ये समृद्धि और उर्वरता का प्रतीक है। मिठाई में लड्डू, खीर,दूध और गुड़ से बनी मिठाइयां लक्ष्मी के लिए शुभ प्रसाद माना जाता है। वहीं, चावल समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।