शनिवार के दिन पीपल का पेड़ की पूजा करने के नियम (सौ.सोशल मीडिया)
Peepal Tree Worship: हिंदू धर्म में हर दिन का अलग महत्व होता है आज का दिन शनिवार है जो भगवान शनि की पूजा के लिए समर्पित होता है। इस दिन शनिदेव की पूजा करने से साढ़ेसाती और ढैय्या जैसे दोष पूरे हो जाते है। इसके अलावा पीपल के पेड़ के पास दीया जलाने और पानी चढ़ाने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। कहते हैं पीपड़ के पेड़ में देवी-देवताओं का वास होता है इसलिए शनिवार के दिन इन नियम का पालन करना चाहिए। चलिए जानते है पीपड़ पेड़ की पूजा करने के नियम।
यहां पर शनिवार के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करने के नियम होते हैं घर में धन-धान्य की प्राप्ति के लिए पूजा करने विधि होती है।
1- शनिवार के दिन स्नान आदि कर सूर्योदय के पहले पीपल पेड़ की पूजा करें।
2- पीपल पेड़ के साथ ही शनि देव की भी पूजा करें।
3-इसके बाद पीपल पेड़ के नीचे सरसों तेल वाला दीया जलाएं।
4-अब पीपल पेड़ के कुछ पत्तों को तोड़कर गंगाजल से धो लें।
5-फिर पानी में थोड़ी हल्दी डालकर मिला लें और दाएं हाथ की अनामिका अंगुली से पीपल के पत्ते पर ह्रीं लिखें।
6-इसके बाद इस पीपल के पत्ते को पूजा स्थान रखकर इसकी पूजा करें।
7-पूजा के बाद पत्ते को अपने पर्स या तिजोरी में रख लें। इस उपाय को करने से धन-धान्य में बरकत होती है।
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यहां पर शनिवार के दिन पीपड़ के वृक्ष के पास सरसों के तेल का दीया जलाने के नियम होते है। यहां पर आप शनिवार के दिन सुबह उठकर स्नान आदि कर के विधिपूर्वक पीपल वृक्ष की पूजा करें। इसके साथ माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की भी पूजा करें। ऐसा करने से आपके घर से दरिद्रता दूर होगी और मां लक्ष्मी का वास बना रहेगा। इसके साथ ही सुबह के समय पेड़ के नीचे सरसों तेल वाला दीया जलाने से शनि देव की विशेष कृपा बनी रहती है।