(सौजन्य सोशल मीडिया)
भाई बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक माना जाता है। रक्षाबंधन का पावन पर्व हर साल सावन मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। ये त्योहार भाई और बहन के प्रेम के रिश्ते को मजबूत करने का एक ख़ास पर्व है। राखी के पर्व पर बहनें अपने भाइयों की कलाई में राखी के रूप में रक्षा सूत्र बांधती हैं, वहीं भाई उनकी रक्षा का वचन लेते हैं।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, बहनों के द्वारा बांधी गई राखी भाई को हर एक बुरी शक्ति से बचाने के साथ-साथ उसे सफलता का शुभाशीष भी प्रदान करती है। रक्षाबंधन में यदि आप राखी के साथ भाइयों की कलाई में कलावा बांधती हैं तो वो भी बहुत शुभ माना जाता है। यदि आप कलावा बांधने की शुभता के बारे में नहीं जानते तो यहां आपको इस बारे में जानकारी दी जा रही है। ऐसे में इस रक्षाबंधन पर भाई की कलाई पर आप भी कलावा जरूर बांधे।
ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, राखी पर अगर आप भाई की कलाई में राखी के साथ कलावा बांधती हैं तो ये आपके भाई के जीवन में सुख-समृद्धि के द्वार खोल सकता है। कलावा को शुभता का प्रतीक माना जाता है। इस रक्षाबंधन पर कई शुभ योग भी बन रहे हैं ऐसे में रक्षाबंधन के दिन कलावा बांधने से निश्चित ही इसके शुभ परिणाम देखने को मिलेंगे।
रक्षाबंधन पर पूरी श्रद्धा और नियम से कलावा बांधने से इसके दोगुने फल मिल सकते हैं। ज्योतिषियों के अनुसार भाईयों को इस कलावे को कम से कम एक महीने के लिए जरूर बांधकर रखना चाहिए।
ज्योतिष और धर्म-शास्त्र की मानें तो, कलाई पर राखी के साथ कलावा बांधना सुरक्षा, प्रेम और आजीवन समर्थन के वादे का प्रतीक माना जाता है। रक्षाबंधन के दिन जब एक बहन अपने भाई की कलाई पर कलावा बांधती है तो यह उनके बीच प्यार और विश्वास के बंधन को भी दर्शाता है। कलावा बांधने के साथ बहनों को अपने भाई की समृद्धि, सफलता और अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना भी करनी चाहिए।
ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार बहनों को भाईयों को इस दिन पीले और लाल रंग का कलावा बांधना चाहिए। यह सबसे शुभ माना जाता है। बाजार में लाल और पीले रंग के कलावे वाली राखियां भी आपको आसानी से मिल जाएंगी। ऐसे में आप इनका भी प्रयोग कर सकती हैं। इस दिन आप अपने ईष्ट देवी-देवताओं और गुरुजनों को भी कलावा बांधें।
लेखिका- सीमा कुमारी