(सौजन्य सोशल मीडिया)
हिंदू धर्म में हर काम के लिए सही दिशा और तरीका बताया गया हैं। चाहे भगवान की पूजा करने की दिशा हो, खाना बनाने की दिशा हो या खाना खाने की दिशा हो, वास्तु शास्त्र में दिशाओं को लेकर जानकारी दी गई है जो आपके जीवन में बड़े बदलाव ला सकती है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं अन्न खाने की सही दिशा। वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि किस दिशा में मुख करके भोजन करने के कौन से लाभ होते हैं।
वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि किस दिशा में मुख करके भोजन करने से आर्थिक हानियां हो सकती हैं और किस दिशा में भोजन करने से जीवन में बड़ी सफलतायें हासिल की जा सकती है। तो आइए जान लेते हैं कि भोजन करते समय किस दिशा में मुख करना चाहिये और किस दिशा की ओर मुख नहीं करना चाहिये।
वास्तु-शास्त्र के अनुसार, खाना खाने के लिए एक दिशा को सबसे ज्यादा अशुभ माना गया है, वो दिशा है- दक्षिण दिशा। दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके कभी भी खाना नहीं खाना चाहिए। दक्षिण दिशा यम की दिशा होती है। अगर, दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके खाना खाया जाए, तो आयु कम होती है, स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। बीमारियां ऐसे लोगों का पीछा नहीं छोड़ती हैं। साथ ही धन-हानि भी होती है।
वास्तु में बताया गया है कि पूर्व दिशा में मुख करके भोजन करना बहुत ही शुभ माना जाता है। इस दिशा में खाने से आपकी सारी बीमारियां दूर होती हैं। इस ओर मुख करके खाने से आपको सभी देवी और देवताओं की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही, आपकी आयु भी बढ़ती है।
जो लोग करियर की शुरुआत कर रहे हैं या जीवन में जल्दी सफलता पाना चाहते हैं, वे उत्तर दिशा की ओर मुंह करके खाना चाहिए। ऐसा करने से करियर में तेजी से कामयाबी मिलती है और ऊंचा पद और पैसा मिलता है।
वास्तु शास्त्र की मानें तो, अगर आप बेहतर स्वास्थ्य प्राप्त करना चाहते हैं तो फिर पश्चिम दिशा में मुख करके भोजन करना आरंभ कर दीजिए। अगर आपके परिवार में कोई सदस्य बीमार रहता है तो उसे रोजाना पश्चिम दिशा में मुख करके भोजन करवाएं। ऐसा करने से उसका स्वास्थ्य बेहतर होगा और घर में खुशियां आएंगी।
लेखिका- सीमा कुमारी