सांकेतिक तस्वीर (सोर्स- सोशल मीडिया)
Rajasthan News: राजस्थान के भीलवाड़ा में एक पिता ने अपनी जीवित बेटी के लिए मृत्युभोज का आयोजन इसलिए किया क्योंकि उसने अपने देवर से प्रेम विवाह कर लिया था। पिता इस बात से नाराज़ था और उसने अपने जीवित बेटे के लिए जीवित रहते हुए मृत्युभोज का आयोजन कर दिया। वहीं, बेटी ने पुलिस से सुरक्षा भी मांगी है।
आसींद पुलिस के अनुसार, पिता ने तीन महीने पहले बेटी से विवाह किया था, लेकिन पिछले महीने वह अपने देवर के साथ ससुराल से भाग गई और प्रेम विवाह कर लिया। देवर और भाभी के भाग जाने के बाद, पति और पिता ने 30 जुलाई को थाने में अलग-अलग गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
वहीं, बेटी ने कहा कि वह अपनी मर्ज़ी से अपने देवर से विवाह करना चाहती है और उसने पुलिस अधीक्षक से सुरक्षा की मांग की। इस स्थिति से क्षुब्ध पिता ने 10 अगस्त को मृत्युभोज का आयोजन किया है, जिसमें रिश्तेदारों और ग्रामीणों को आमंत्रित किया गया है।
राजस्थान के ही ब्यावर से भी एक ऐसा ही मामला सामने आया, जहां बदनोर इलाके में बेटी ने अपने माता-पिता की इच्छा के विरुद्ध प्रेम विवाह कर लिया, जिससे आहत पिता ने अपनी ही बेटी का शोक पत्र छपवाया है।
लड़की के पिता ने बताया कि उन्होंने बड़ी उम्मीद से बेटी को पढ़ाया है और बीए करने के बाद वह फिलहाल बी.एड की डिग्री हासिल कर रही है। उनका सपना था कि उनकी बेटी शिक्षिका बने, लेकिन उसने प्रेम विवाह कर लिया। हम पति-पत्नी इससे बहुत आहत हैं।
उन्होंने आगे कहा कि भविष्य में किसी भी माता-पिता के साथ ऐसी घटना न हो। उन्होंने बताया कि उन्होंने शोक पत्र छपवाया है। माता-पिता बेटी को वापस घर लाने भी गए, लेकिन बेटी ने पिता के घर जाने से इनकार कर दिया। इससे आहत पिता ने अपनी बेटी के जीवित रहते ही शोक पत्र छपवा लिया।
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इन दोनों ही घटनाओं ने समाज में कई सवाल खड़े कर दिए हैं। एक ओर पति के भागने की घटना दुखद है, वहीं दूसरी ओर, क्या एक पिता का अपनी बेटी के साथ ऐसा व्यवहार करना उचित है? ये सवाल अब चर्चा का विषय बन गए हैं।