DIG भुल्लर के रिश्वतकांड की पूरी कहानी (फोटो- सोशल मीडिया)
DIG Harcharan Singh Bhullar Bribery Case: पंजाब पुलिस के डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर की कहानी किसी फिल्मी पटकथा से कम नहीं है। जो साहब रिश्वत को ‘सेवा-पानी’ का नाम देकर हर महीने वसूली करते थे, वो अब सीबीआई की गिरफ्त में हैं। एक स्क्रैप डीलर की शिकायत पर हुई कार्रवाई ने सबको चौंका दिया है। सीबीआई ने जब भुल्लर के ठिकानों पर छापा मारा तो 5 करोड़ रुपये नकद, किलो भर सोना, महंगी घड़ियों का जखीरा और लग्जरी गाड़ियां देखकर अधिकारियों की भी आंखें फटी रह गईं। एक वॉट्सऐप कॉल ने इस पूरे खेल का पर्दाफाश कर दिया।
यह पूरा मामला तब सामने आया जब स्क्रैप डीलर आकाश भट्टा ने 11 अक्टूबर को सीबीआई से शिकायत की। भट्टा ने आरोप लगाया कि डीआईजी भुल्लर उन्हें झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर 8 लाख रुपये मांग रहे थे। सीबीआई की जांच में एक वॉट्सऐप कॉल हाथ लगी, जिसने भुल्लर के खिलाफ सबसे बड़ा सबूत पेश किया। इस कॉल में भुल्लर अपने बिचौलिए किरशानु को पंजाबी में कह रहे थे कि “8 फड़ने ने 8,” यानी उससे 8 लाख रुपये वसूल लो।
सीबीआई के हाथ लगी बातचीत से यह भी साफ हो गया कि यह रिश्वतखोरी कोई एक बार का मामला नहीं था, बल्कि यह हर महीने चलने वाला ‘सेवा-पानी’ का खेल था। बिचौलिए किरशानु ने स्क्रैप डीलर भट्टा से बातचीत में भुल्लर की मांग का जिक्र करते हुए कहा, “कहंदा है अगस्त दा नी आया, सितंबर दा नी आया।” इस बातचीत ने यह साबित कर दिया कि डीआईजी भुल्लर नियमित तौर पर महीने के हिसाब से रिश्वत की वसूली कर रहे थे, जिसने उनके खिलाफ शिकंजा और कस दिया।
यह भी पढ़ें: नीतीश कुमार ही होंगे बिहार के अगले CM? राज्य में मची सियासी खलबली के बाद भाजपा ने लिया यू-टर्न
गुरुवार को सीबीआई ने जाल बिछाकर पहले बिचौलिए को 8 लाख रुपये लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा और फिर मोहाली दफ्तर से डीआईजी भुल्लर को गिरफ्तार कर लिया। जब उनके चंडीगढ़ स्थित घर और दफ्तर पर छापा पड़ा तो वहां से 5 करोड़ कैश, डेढ़ किलो सोना, 22 लग्जरी घड़ियां, मर्सिडीज-ऑडी की चाबियां और हथियारों का जखीरा बरामद हुआ। 2007 बैच के आईपीएस भुल्लर, पूर्व डीजीपी मेहल सिंह भुल्लर के बेटे हैं और अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ ड्रग्स मामले की जांच को लेकर भी विवादों में रह चुके हैं।