पंजाब के सीएम भगवंत मान (सोर्स-सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: किसान आंदोलन पर अब पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि, ‘केंद्र सरकार का फर्ज बनता है कि वो किसानों से बातचीत करे, कोई भी मसला बातचीत से ही हल होता है। केंद्र सरकार को इस मुद्दे अपनी जिद छोड़नी चाहिए।’
जानकारी दें कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवारों के लिए लुधियाना में एक बड़ा रोड शो किया। इस रोड शो में बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं और आमलोगों ने भाग लिया।
यहां CM मान ने नगर निगम चुनावों के महत्व पर प्रकाश डाला और मतदाताओं से अपील की EVM पर झाड़ू (झारू) का निशान पर बटन दबाएं और ऐसे प्रतिनिधियों चुनें जो लुधियाना में वास्तविक विकास लाए।
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इसके साथ ही CM मान ने विरोधी पार्टियों पर हमला बोलते हुए कहा कि, पहले, नगर निगमों ने कभी भी विकास पर अपना ध्यान केंद्रित नहीं किया। धन जनता का था, लेकिन उसका उपयोग जन कल्याण के लिए नहीं किया गया। वहीं भारी पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया। लेकिन यहां जब आम आदमी पार्टी का मेयर बनेगा तो नगर निगम का एक-एक पैसा लोगों की भलाई पर ही खर्च होगा।
इसके बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मोदी सरकार से किसानों की चिंताओं को दूर करने के लिए उनसे तुरंत बातचीत शुरू करने की अपील भी की। इस बाबत उन्होंने कहा कि, किसानों के साथ बातचीत करना केंद्र सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है। किसी भी मुद्दे को आपसी रचनात्मक बातचीत से ही हल किया जा सकता है। केन्द्र सरकार को अपनी जिद छोड़कर किसानों की बात सुननी चाहिए और उनकी मांगों पर गंभीरता पूर्वक विचार भी करना चाहिए।
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जानकारी दें कि, पंजाब के किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने बीते रविवार को कहा था कि उन्होंने संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) को एक पत्र लिखकर पंजाब-हरियाणा सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसानों का साथ देने का आग्रह किया है। इन किसानों की मांगों में फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी भी शामिल है।पंधेर ने पत्र में कहा था कि उन्होंने जारी आंदोलन की शुरुआत से पहले एकता के लिए प्रयास किया था, लेकिन विभिन्न कारणों से तब प्रयास सफल नहीं हो सके।