पशुपति पारस, राजकुमारी देवी और चिराग पासवान, कॉन्सेप्ट फोटो
पटना : दिवंगत पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के परिवार में संपत्ति को लेकर विवाद पैदा हो गया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस की पत्नी शोभा देवी ने रामविलास पासवान की पहली पत्नी राजकुमारी देवी के कमरे में ताला जड़ दिया, जिससे परिवार में तनाव और बढ़ गया है। बता दें, यह विवाद पासवान परिवार के पुश्तैनी घर और वहां बनाए जा रहे समाधि स्थल से जुड़ा बताया जा रहा है।
मिली जानकारी के मुताबिक, पशुपति पारस अपने पुश्तैनी घर के पास रामविलास पासवान का समाधि स्थल बना रहे हैं, जिसे लेकर परिवार के अन्य सदस्यों में असहमति है। बीते रविवार को उनकी पत्नी शोभा देवी ने राजकुमारी देवी के कमरे में ताला लगा दिया, जिससे विवाद और गहरा हो गया।
राजकुमारी देवी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए अलौली थाना में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने अपनी गोतनी शोभा देवी और स्व. रामचंद्र पासवान की पत्नी सुनैना देवी पर आरोप लगाया कि उन्होंने जबरन घर से बाहर निकालकर उनके कमरे में ताला जड़ दिया।
वहीं, इस पूरे घटनाक्रम पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। लेकिन यह विवाद बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक रंग ले सकता है। चर्चा है कि इसका असर चुनाव प्रचार पर भी देखने को मिल सकता है। चिराग पासवान की बड़ी मां राजकुमारी देवी ने पारस परिवार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें जबरदस्ती घर से निकाल दिया गया। इस घटना से वह आहत और बीमार हो गई हैं।
इस मुद्दे पर चिराग पासवान के भांजे और लोजपा (रामविलास) के छात्र प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस पासवान ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “अगर संपत्ति का बंटवारा करना है तो कर लीजिए, लेकिन इस तरह की घटनाएं गलत हैं।”
आपको जानकारी के लिए बताते चलें कि रामविलास पासवान राष्ट्रीय राजनीति में एक मजबूत नेता रहे हैं और उन्होंने कई बार केंद्रीय मंत्री के रूप में कार्य किया। उनके निधन के बाद चिराग पासवान और पशुपति पारस के बीच राजनीतिक विरासत को लेकर विवाद छिड़ा था। इस दौरान पार्टी पर कब्जे और धोखाधड़ी के आरोप भी लगे। अब यह मामला राजनीतिक विवाद से आगे बढ़कर संपत्ति के बंटवारे तक पहुंच गया है।
यह विवाद केवल पारिवारिक संपत्ति तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका राजनीतिक असर भी हो सकता है। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले लोजपा (रामविलास) और पशुपति पारस गुट के बीच पहले से ही तनातनी चल रही थी। अब यह विवाद दोनों गुटों के बीच कड़वाहट को और बढ़ा सकता है।
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दोनों तरफ से आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं। पशुपति कुमार पारस की ओर से प्रदेश प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल ने ऐसे किसी भी आरोप को बेबुनियाद कहा है। उन्होंने चिराग पासवान पर कटाक्ष करते हुए इसे ओछी राजनीति बताया। वहीं लोजपा रामविलास के प्रदेश प्रधान महासचिव संजय पासवान ने कहा कि पशुपति पारस रामविलास पासवान को भगवान कहते हैं, जिन्होंने उनके मरने के बाद मां सामान भाभी को घर से निकाल दिया।