तेजस्वी यादव, दीपांकर भट्टाचार्या और राहुल गांधी (फोटो-सोशल मीडिया)
पटनाः बिहार में सियासी सरगर्मियां बढ़ी हुई हैं। इस बीच भाकपा माले महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने अपने एक बयान से कांग्रेस को असहज कर दिया है। उन्होंने महागठबंधन में सीएम फेस को लेकर कहा कि ‘महागठबंधन’ की तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा राजद नेता तेजस्वी यादव हैं और उनका नाम “घोषित या अघोषित” होने से कोई फर्क नहीं पड़ता। यह बयान दीपांकर का ऐसे समय में आया है, जब सीट बंटवारे को लेकर महागठबंधन की बैठकें चल रही हैं।
दीपांकर ने कहा कि इसमें कोई असमंजस नहीं होना चाहिए कि ‘महागठबंधन’ के चुनाव जीतने पर मुख्यमंत्री तेजस्वी ही होंगे। उन्होंने अपनी पार्टी के लिए पिछली बार से अधिक सीटों की परोक्ष रूप से दावेदारी करते हुए कहा कि भाकपा (माले) लिबरेशन इस बार 40-45 विधानसभा सीटों पर जमीनी स्तर की तैयारी कर रही है। बिहार विधानसभा चुनाव इस साल अक्टूबर-नवंबर में होने की संभावना है। वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में भाकपा (माले) लिबरेशन 19 सीट पर चुनाव लड़ी थी और 12 पर जीत हासिल की थी।
कांग्रेस से बेहतर स्ट्राइक रेट लेफ्ट का
यह पूछे जाने पर कि भाकपा (माले) लिबरेशन कितनी सीट पर चुनाव लड़ेगी तो भट्टाचार्य ने कहा, “पिछले विधानसभा चुनाव से यह धारणा है कि यदि माले को अधिक सीटें चुनाव लड़ने के लिए मिली होतीं तो हम लोग सत्ता में होते। कांग्रेस को लड़ने के लिए 70 सीटें मिली थीं, लेकिन उसने 19 जीतीं। हमें 19 सीटें मिली थीं हमने 12 जीतीं। लोकसभा चुनाव में हमें तीन सीटें मिलीं और हम दो जीते।”
बिहार के 24 जिलों में लेफ्ट मजबूत: दीपांकर
कम्युनिस्ट नेता ने आगे कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में जिन क्षेत्रों में माले मजबूती से चुनाव लड़ी और जीती, उन्ही क्षेत्रों में राजद और कांग्रेस का प्रदर्शन भी सबसे अच्छा था। उनके अनुसार, “पिछली बार हम सिर्फ 12 जिलों में लड़े थे। हमारा मानना है कि अब 24- 25 जिलों में माले की बहुत मजबूत उपस्थिति है, जहां हमारे लड़ने से नतीजों में फर्क पड़ जाएगा। हम उम्मीद करते हैं कि इस बार माले को बड़े स्तर पर चुनाव लड़ने का मौका मिलेगा।”
कांग्रेस पर दबाव बना रहीं राजद और लेफ्ट पार्टियां
बता दें कि मामला बिहार विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे का है। कांग्रेस पर राजद और लेफ्ट पार्टियां कम सीटों पर चुनाव लड़ने का दबाव बना रहीं हैं। वहीं कांग्रेस झुकने के लिए फिलहाल अभी तैयार नहीं है। यही वजह है कि तेजस्वी यादव को सीएम फेस के रूप में अभी तक प्रजेंट नहीं किया गया है। चर्चा ऐसी है कि कांग्रेस कम सीटों के बदले डिप्टी सीएम पद पर दावा कर रही है। यहीं पर पेच फंसा हुआ है।
-एजेंसी इनपुट के साथ