पर्यावरण और सेहत को सुरक्षित बनाने के लिए हर साल 12 जुलाई को विश्व पेपर बैग दिवस मनाया जाता है। यह दिन प्लास्टिक बैग को खत्म करने की मुहिम के साथ पेपर बैग के इस्तेमाल को बढ़ावा देता है। पर्यावरण के लिए प्लास्टिक किस तरह से खराब है इसके लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाते है। प्लास्टिक बैग के मुकाबले पेपर बैग की क्या उपयोगिता है इसके लिए रोचक तथ्य मिलते है चलिए जानते हैं इसके बारे में।
बताया जाता है कि, पेपर बैग डे का इतिहास 19वीं सदी से शुरू होता है जब फ्रांसिस वोले ने 1852 में पहली पेपर बैग मशीन का आविष्कार किया था। अविष्कार के लिए पेटेंट मिला और प्लास्टिक के उपयोग को हानिकारक बताया गया। वहीं पर पेपर बैग का इस्तेमाल करने वाले दूसरे व्यक्ति विलियम गुडले थे उन्हें 12 जुलाई, 1859 को अपना पेटेंट मिला।
गैर-बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक बैग का इस्तेमाल अमूमन कई लोग करते थे लेकिन कम लोग जानते हैं कि, प्लास्टिक, हानिकारक तत्वों का मेल होता है जिसमें रखी सब्जियां या चीजें सेहत के लिए नुकसानदायक होती है।
पेपर बैग के डिजाइन की बात की जाए तो, मार्गरेट एलोइस नाइट जिन्हें "किराना बैग की मां" के रूप में जानते हैं इन्होंने पेपर बैग को डिजाइन किया। इसके लिए चौकोर और सपाट तल को डिजाइन किया। पेपर बैग को तैयार या उत्पादन करने के लिए रिसाइकिल करने योग्य और बायोडिग्रेडेबल कच्चे माल का इस्तेमाल किया गया था।
पेपर बैग की बात की जाए तो, इसे पर्यावरण के लिए अनुकूल और सुरक्षित बताया गया है इसे बनाने में कम समय और ऊर्जा लगती है। अन्य रोचक तथ्यों में वाल्टर एच.ड्यूबनर ने 1912 में हैंडल वाले पेपर ग्रॉसरी बैग का आविष्कार किया है। वहीं पर 1883 में, अमेरिकी आविष्कारक चार्ल्स स्टिलवेल को यू.एस. पेटेंट कार्यालय से एक मशीन के लिए पेटेंट मिला।