लालू प्रसाद यादव, (सौजन्य- सोशल मीडिया)
बचपन से ही गाय चराने वाले लालू यादव का जीवन इसके इर्द-गिर्द घुमता रहा। अपने करियर की शुरुआत उन्होंने पशु चिकित्सा महाविद्यालय के खटाल से की। जहां वो अपने चाचा के साथ मिलकर गायों के लिए चारा का इंतजाम करते थे। जीवन के अगले पड़ाव में लालू इसी चारा घोटाले में फंस गए। (सौजन्य- सोशल मीडिया)
लालू प्रसाद ने बीएन कॉलेज से पढ़ाई की है। यहीं से उन्होंने राजनीति जीवन संभाला और इसी यूनिवर्सिटी में उनकी मुलाकात जेडीयू नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से हुई थी। यहीं वो रामविलास पासवान से भी मिलें। शुरुआत में सोशलिस्ट नेता श्रीकृष्ण सिंह के बेटे नरेंद्र सिंह के साथ काम किया। बाद में उन्होंने खुद अपनी पार्टी बना ली। (सौजन्य- सोशल मीडिया)
लालू यादव अपने अनोखे जबाव के लिए जाने जाते हैं। 2003 में आए बाढ़ को लेकर उन्होंने कहा था कि इतनी पानी तो मेरी पाड़ी यानी की भैंस का बच्चा केवल एक बार में पीता है। कांग्रेस के परिवारवाद का विरोध कर राजनीति की दुनिया में एंट्री लेने वाले लालू प्रसाद ने अपनी पत्नी के मुख्यमंत्री बनाने पर भी अनोखा बयान दिया था। उन्होंने कहा कि मैं किसी आरोप की वजह से अपनी सारी मेहनत बर्बाद नहीं करूंगा। पत्नी को मुख्यमंत्री नहीं बनाता तो क्या विरोधियों के हाथों में सौंप देता? (सौजन्य- सोशल मीडिया)
लालू यादव, फोटो - सोशल मीडिया
लालू यादव ने रेल मंत्री बनने के बाद गरीबों के लिए एक काफी अच्छा काम किया था। उन्होंने रेलवे स्टेशनों पर चाय मिट्टी के बर्तन में चाय बेचने का आदेश दिया था। जिससे की मिट्टी के बर्तन बनाने वाले गरीब लोगों को एक कमाई का स्त्रोत मिली। (सौजन्य- सोशल मीडिया)
लालू ने अपने अबतक के करियर में कई विवादित बयान दे चुके हैं। जिसमें सबसे ज्यादा फिल्मी अभिनेत्री हेमा मालिनी पर दिए गए बयान ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा था। वो बिहार और झारखंड को अलग नहीं होने देना चाहते थे। उन्होंने कहा था कि मेरी मौत के बाद ही झारखंड बनेगा। हालांकि इसके कुछ दिनों बाद झारखंड अलग हो गया और उनके केस का फैसला उसी राज्य के अदालत में हुआ। जिसके बाद यादव लालू यादव झारखंड के जेल में ही रहे। (सौजन्य- सोशल मीडिया)