मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जब मैं सीएम था, तो मैंने कृषि क्षेत्र में बहुत काम किया, जिसमें जलयुक्त शिवार और नानाजी देशमुख कृषि संजीवनी योजना शामिल है। अब इसका दूसरा चरण शुरू हो रहा है, इसमें संपूर्ण विदर्भ और मराठवाड़ा को शामिल किया जाएगा।
इसके लिए 6 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। दूसरी ओर, कृषि प्रसंस्करण उद्योगों और नकदी फसलों के लिए सहायता प्रदान की जाएगी। वास्तव में जो लोग अच्छा काम कर रहे हैं, उनकी किश्तें देना बंद न करें, ऐसे निर्देश मुख्यमंत्री फडणवीस ने अधिकारियों को दिए।
एग्रीस्टॉक के कारण एजेंट मुक्त कृषि तक पहुंचने में मदद हो रही है। अब तक 54 प्रतिशत किसान इस योजना से जुड़ चुके हैं। भविष्य में हम शत-प्रतिशत किसानों को इसमें शामिल करना चाहते हैं, ऐसी बात सीएम फडणवीस ने कही। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के भागलपुर में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 19वीं किस्त वितरित की।
वनामती के वसंतराव नाइक मेमोरियल हॉल में राज्य स्तरीय वितरण कार्यक्रम की अध्यक्षता भाषण पर मुख्यमंत्री फडणवीस बोल रहे थे। कार्यक्रम में कृषि राज्य मंत्री एड. आशीष जायसवाल, विधायक कृष्णा खोपड़े, कृषि विभाग के प्रधान सचिव विकास चंद्र रस्तोगी, प्रभारी संभागीय आयुक्त डॉ. माधवी खोडे-चावरे, कृषि आयुक्त सूरज मांढरे, वनामती के प्रभारी निदेशक रवींद्र ठाकरे समेत अन्य लोग उपस्थित थे।
आगे बात करते हुए फडणवीस ने कहा, पीएम किसान सम्मान निधि योजना के जरिए केंद्र सरकार हर साल किसानों के बैंक खातों में सीधे 6 हजार रुपये भेजती है। दूसरी ओर, राज्य सरकार नमो किसान सम्मान निधि योजना के माध्यम से किसानों को प्रति वर्ष 6 हजार रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
अब राज्य सरकार इस कोष में 3 हजार रुपये की बढ़ोतरी करेगी। किसानों को अब प्रति वर्ष 15 हजार रुपये की वित्तीय सहायता मिलेगी, जिसमें राज्य सरकार से 9 हजार रुपये और केंद्र सरकार से 6 हजार रुपये शामिल हैं। इस अवसर पर कृषि प्रदर्शनी का उद्घाटन मुख्यमंत्री फडणवीस ने किया। वहीं प्रगतिशील किसानों को भी सम्मानित किया गया।
वैनगंगा-नलगंगा नदी जोड़ो परियोजना शुरू की गई है, जो विदर्भ में कृषि परिदृश्य को बदल देगी। इससे नागपुर, अमरावती, वर्धा, अकोला और बुलढाणा सहित कुल 7 जिलों के सूखा प्रभावित क्षेत्रों को लाभ मिलेगा, यह भी मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किसान सम्मान निधि का वितरण किया गया। नागपुर में कार्यक्रम राज्य स्तरीय था, जिसमें मुख्यमंत्री फडणवीस स्वयं उपस्थित थे। हालांकि, कृषि विभाग से जुड़े इस कार्यक्रम में राज्य के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे मौजूद नहीं थे। इस कार्यक्रम में इस विषय पर काफी चर्चा हुई।