Christmas Ban In Brunei: यहां पर कई देश ऐसे भी है जो क्रिसमस के सेलिब्रेशन से बिल्कुल अलग रहते है यानि इन देशों में क्रिसमस नहीं मनाया जाता है। इस क्रिसमस डे को 6 देशों में नहीं मनाया जाता है।
क्रिसमस (सौ.सोशल मीडिया)

Christmas Ban in Countries: दुनियाभर में हर साल क्रिसमस का सेलिब्रेशन 25 दिसंबर को किया जाता है। इस खास और बड़े त्योहार को ईसाई धर्म के लोग मनाते है। यहां पर कई देश ऐसे भी है जो क्रिसमस के सेलिब्रेशन से बिल्कुल अलग रहते है यानि इन देशों में क्रिसमस नहीं मनाया जाता है।

उत्तर कोरिया में क्रिसमस के सेलिब्रेशन पर पाबंदी लगी हुई है यहां के तानाशाह किम जोंग ने देश वासियों को क्रिसमस का त्योहार मनाने से मना किया है। दरअसल यह देश नास्तिक प्रवृति की वजह से क्रिसमस ही नहीं कई प्रार्थना सभा को होने नहीं देता है।

सऊदी अरब में भी क्रिसमस का त्योहार नहीं मनाया जाता है। इस देश में क्रिसमस या हैलोवीन जैसे समारोह को प्रोत्साहित नहीं किया जाता है। प्रवासी लोगों द्वारा क्रिसमस का सेलिब्रेशन किया जाता है।

चीन में भी क्रिसमस का कोई सेलिब्रेशन नहीं होता है। यहां पर चीन में 1949 से ही क्रिसमस और ईसाई धर्म पर बैन लगा दिया था। यहां पर क्रिसमस के मौके पर वैसे यहां कोई नेशनल हॉलीडे नहीं होता है, लेकिन लोग बाहर जाकर मनाते है। यहां पर चीन में कैरोल गाने पर अनुमति नहीं होती है।

इंग्लैंड में भी क्रिसमस का सेलिब्रेशन सही तरीके से नहीं होता है। बताया जाता है कि, यहां पर इंग्लैंड में गृहयुद्ध के दौरान राजशाही को जड़ से खत्म करने और प्रिंस चार्ल्स प्रथम को फांसी देने के बाद अंग्रेज सैन्य और राजनीतिक नेता ओलिवर क्रॉमवेल ने क्रिसमस पर पूरी तरह से बैन लगा दिया।

क्रिसमस का सेलिब्रेशन ब्रुनेई जैसे देश में नहीं होता है। यहां पर अगर कोई क्रिसमस मनाते देखा गया तो पकड़े जाने पर जुर्माना और जेल की सजा हो सकती है। इस देश में सांता क्लॉस की टोपी,मोमबत्तियां, धार्मिक भजन और सजावट पर भी रोक रहती है।

क्रिसमस पर बैन वाली लिस्ट में ताजिकिस्तान भी एक देश है जहां पर क्रिसमस नहीं मनता है।शिक्षा मंत्रालय ने क्रिसमस ट्री, उपहारों का लेना-देना और आतिशबाजी पर बैन लगा दिया है. साल 2014 में ताजिकिस्तान की सरकार ने सांता क्लॉस पर भी प्रतिबंध लगा दिया था। इस देश में हैलोवीन भी नहीं मनाया जाता है।






