भारतीय सेना प्रतीकात्मक तस्वीर (फोटो सोर्स- सोशल मीडिया)
ईटानगर : अरुणाचल प्रदेश के लोंगडिंग जिले में सुरक्षाबलों ने उग्रवादियों के साथ हुए मुठभेड़ तीन उग्रवादियों को ढेर कर दिया। इस दौरान सुरक्षा बलों ने अपहरण किए गए एक मजदूर को भी उग्रवादियों के चंगुल से बचाया।
मारे गए तीनों उग्रवादियों की पहचान हो चुकी है, सभी उग्रवादी नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड (NSCN) गुट के सदस्य थे। सेना ने प्रवक्ता ने सोमवार को इस ऑपरेशन की जानकारी मीडिया को दी।
नागालैंड के रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल अमित शुक्ला की ओर से जारी बयान के अनुसार, 25 अप्रैल को अरुणाचल प्रदेश के लोंगडिंग जिले के पंगचाओ इलाके से दो निर्माण श्रमिकों को केवाईए गुट के सदस्यों ने अपहरण कर लिया गया था।
इसके बाद आर्मी,असम राइफल्स और जिला पुलिस के जवानों ने रविवार को विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर पंगचाओ क्षेत्र में एक संयुक्त अभियान शुरू किया। लेफ्टिनेंट कर्नल शुक्ला ने बयान में कहा, “मुठभेड़ में एनएससीएन समूह के तीन कैडरों को मार गिराया गया।” उन्होंने बताया कि इलाके से चार स्वचालित हथियार, गोला-बारूद और अन्य युद्ध संबंधी सामग्री बरामद किया गया है।
लेफ्टिनेंट कर्नल शुक्ला ने अपने बयान में बताया कि अभियान के दौरान अपहरण किए गए निर्माण श्रमिकों में से एक को सफलतापूर्वक बचा लिया गया और दूसरे लापता श्रमिक को तलाश के लिए अभियान जारी है। लोंगडिंग के पुलिस अधीक्षक डेकियो गुमजा तामिन ने घटना की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि घटनास्थल से संदिग्ध उग्रवादियों के तीन शव बरामद किए गए।
नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड (NSCN) एक नागा अलगाववादी और उग्रवादी समूह है। जो मुख्य रूप से भारत के पूर्वोत्तर भाग और म्यांमार में सक्रिय है। यह नागालैंड में एक संप्रभु नागा राज्य “नागालिम” की स्थापना के लिए काम करता है। एनएससीएन को भारत में आतंकवादी संगठन घोषित किया गया है।
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बीते सालों में भारतीय सेना ने असम राइफल्स और स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर एनएससीएन के खिलाफ कई बड़े अभियान चलाए हैं। पहलगाम हमले के बाद सेना के इस अभियान को आतंक के खिलाफ भारत की लड़ाई और एक बड़ी जीत के तौर पर देखा जा रहा है।