डिजाइन फोटो
मुंबई: नाना पाटेकर बॉलीवुड के मंझे हुए कलाकारों में से एक हैं। नाना पाटेकर की प्रोफेशनल लाइफ और पर्सनल लाइफ दोनों हमेशा ही चर्चा में रही है। अब नाना पाटेकर ने खुद से जुड़ा बड़ा खुलासा किया है कि मां की वजह से अच्छे इंसान बने, वरना उनके परिवार के लोग अंडरवर्ल्ड से जुड़े हुए थे, ऐसे में वह भी अंडरवर्ल्ड का हिस्सा बन ही जाते। साथ ही नाना पाटेकर ने यह भी बताया कि एक समय पर वह खुद से नफरत करने लगे थे।
नाना अंडरवर्ल्ड का हिस्सा बनने से कैसे बचे
द लल्लन टॉप को दिए गए इंटरव्यू में नाना पाटेकर ने अपनी जिंदगी से जुड़े विषय पर बात की और बताया कि उनकी मां की परवरिश की वजह से वह अंडरवर्ल्ड का हिस्सा नहीं बने। उनके मामा और मां के परिवार के कई लोग अंडरवर्ल्ड में सक्रिय थे। ऐसे में मुंबई रहते हुए उनके अंडरवर्ल्ड में जाने की संभावना काफी ज्यादा थी। जिसके लिए उनकी मां उन्हें गांव ले गई और गांव में ही नाना पाटेकर की परवरिश हुई। जिसकी वजह से वह अंडरवर्ल्ड का हिस्सा बनने से बच गए।
बड़े बेटे की मौत के बाद खुद से हुई नफरत
इंटरव्यू में नाना पाटेकर ने यह भी बताया कि उनके बड़े बेटे को जन्म के समय से ही बीमारी थी। वह एक आंख से नहीं देख पता था और उसे देखकर मुझे यह महसूस होता था कि मैं कितना घिनौना आदमी हूं। मैं यह सोचकर हैरान रहता था कि लोग मेरी बेटे को देखकर मेरे बारे में क्या सोचेंगे। नाना पाटेकर ने यह भी बताया कि उनके बड़े बेटे की मृत्यु ढाई साल में ही हो गई थी। जिसकी वजह से वह काफी परेशान थे और एक समय में वह खुद से नफरत करने लगे थे।
दमदार अभिनय से मिली पहचान
नाना पाटेकर की अगर बात करें तो उन्होंने बॉलीवुड में पदार्पण 1984 में गिद्ध नाम की फिल्म से किया था। 1992 में वह राजू बन गया जेंटलमैन, 1993 में तिरंगा, 1994 में क्रांतिवीर, 1996 में अग्निसाक्षी, 1997 में गुलाम-ए -मुस्तफा जैसी फिल्मों में नजर आए और इन फिल्मों में उनके दमदार अभिनय से उन्हें बॉलीवुड में मंझे हुए कलाकार की पहचान मिली। 2016 में आई उनकी मराठी फिल्म नटसम्राट काफी मशहूर हुई थी।
अश्लील हरकत का आरोप
2018 में तनुश्री दत्ता ने उन पर अश्लील हरकत का आरोप लगाया था और इंटरव्यू के दौरान नाना पाटेकर ने तनुश्री दत्ता के आरोप पर भी बयान दिया है और यह बताया कि उन्हें उसे वक्त गुस्सा नहीं आया था, क्योंकि उन पर लगे हुए आरोप झूठे थे और अब दुनिया सच जानती है।