यवतमाल न्यूज
Yavatmal News: महाराष्ट्र सरकार ने भारी बारिश और बाढ़ से प्रभावित तालुकाओं के लिए एक विशेष राहत पैकेज की घोषणा की है। मृदा एवं जल संरक्षण मंत्री और जिले के पालक मंत्री संजय राठौड़ ने मांग की थी कि जिले के चार तालुकाओं दिग्रस, पुसद, उमरखेड़ और महागांव को इसमें शामिल किया जाए।
तदनुसार, जिले में भारी बारिश को देखते हुए, सभी तालुकाओं को आपदा प्रभावित घोषित किया गया है और रियायतें लागू की गई हैं। इस संबंध में संशोधन के अनुसार आज सरकारी निर्णय जारी किया गया। पिछले सरकारी निर्णय के अनुसार, जिले के वणी, झरी जामनी, कलंब, पंढरकवाड़ा, मारेगांव, आर्णी, घाटंजी, यवतमाल, रालेगांव, दारव्हा, नेर, बाभुलगांव तालुकाओं को प्रभावित तालुका घोषित किया गया था।
हालांकि, 15 अगस्त से 17 अगस्त की अवधि के दौरान पुसद, उमरखेड, महागांव, दिग्रस तालुकाओं में भारी वर्षा और बाढ़ की स्थिति के कारण, पालकमंत्री राठौड़ ने एक लिखित ज्ञापन के माध्यम से राहत और पुनर्वास मंत्री मकरंद जाधव पाटिल के ध्यान में यह स्थिति लाई। पालकमंत्री ने विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिखकर इस पर कार्रवाई भी की।
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अतः संशोधित सरकारी निर्णय के अनुसार दिग्रस, पुसद, उमरखेड, महागांव तालुकाओं को भी शामिल किया गया है। अतः, अब जिले के सभी 16 तालुकाओं को आपदा प्रभावित घोषित किया गया है। सरकार ने इन तालुकाओं के सभी प्रभावित लोगों को सूखे जैसी स्थिति में लागू सभी रियायतें प्रदान करने की मंज़ूरी दी है।
भू-राजस्व में छूट, सहकारी ऋणों का पुनर्गठन, कृषि संबंधी ऋणों की वसूली पर एक वर्ष के लिए रोक, त्रैमासिक बिजली बिलों में छूट और परीक्षा शुल्क में छूट तथा 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए शुल्क में छूट सभी तालुकाओं में लागू होगी। पालकमंत्री ने आश्वासन दिया है कि सरकार आपदा प्रभावितों के साथ खड़ी है। उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिया है कि नए सरकारी निर्णय के अनुसार सभी प्रभावितों को लाभ मिले, इसके लिए आवश्यक कार्रवाई की जाए।