यवतमाल में बारिश का दृश्य (फोटो नवभारत)
Yavatmal Weather Update: यवतमाल जिले में पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश ने एक बार फिर किसानों और आम जनता की चिंता बढ़ा दी है। जिले के 9 राजस्व मंडलों में भारी बारिश दर्ज की गई है, जिसमें 10 सितंबर को ही 22.9 मिमी वर्षा हुई। सबसे ज्यादा बारिश झरी जामनी तहसील में हुई, जहां 54.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
अगस्त महीने में हुई भारी बारिश से उमरखेड़, पुसद, आर्णी और महागांव तहसीलों में फसलों और घरों को भारी नुकसान पहुंचा था। इसके बाद, सितंबर की शुरुआत में भी बारिश का सिलसिला नहीं रुका।
10 सितंबर की दोपहर से शुरू हुई और 11 सितंबर को भी जारी रही बारिश के कारण 9 मंडलों में भारी वर्षा दर्ज हुई। इन मंडलों में उमरखेड़ के दराटी में 66.50 मिमी, मारेगांव के हिवरा में 72 मिमी, वणी में 83 मिमी, शिंदोला में 65.25 मिमी, झरी के झरी में 80.25 मिमी, खड़कडोह में 66.75 मिमी, मार्थाजून में 80.25 मिमी, और रालेगांव के वडकी व किन्ही में 66.75 मिमी बारिश दर्ज की गई।
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यवतमाल जिले में जून से सितंबर तक की औसत वार्षिक वर्षा 805 मिमी मानी जाती है, जबकि कुल औसत 911 मिमी है। इस बार जून और जुलाई में हुई कम बारिश की भरपाई अगस्त में हुई मूसलाधार बारिश ने कर दी। अब तक, 10 सितंबर तक जिले में कुल 842.7 मिमी बारिश हो चुकी है, जो औसत का 116% है। सितंबर महीने में भी तेज बारिश और बूंदाबांदी का दौर जारी है, जिसने किसानों के लिए नई मुश्किलें खड़ी कर दी हैं।