डंपिंग यार्ड से फैल रहा प्रदूषण (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Wardha News: वर्धा शहर के समीपस्थ इंझापुर परिसर में नगर परिषद प्रशासन का डंपिंग यार्ड स्थित है। इस डंपिंग यार्ड पर प्रतिदिन शहर का कचरा जमा किया जाता है। लेकिन यार्ड पर जमा कचरे को जलाए जाने से परिसर में असहनीय धुआं फैल रहा है, जिससे नागरिकों का स्वास्थ्य खतरे में पड़ गया है। हिंगनघाट मार्ग पर धुआं फैलने से दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। प्रशासन की लापरवाही के कारण नागरिकों में रोष व्याप्त है।
बोरगांव के बाद इंझापुर ग्राम पंचायत क्षेत्र में स्थित इस डंपिंग यार्ड में नगर परिषद द्वारा कचरा निस्तारण का ठेका दिया गया है। कुछ जैविक कचरे से खाद निर्माण किया जाता है, लेकिन कचरे का उचित नियोजन नहीं हो रहा, ऐसा आरोप स्थानीय नागरिक लगातार कर रहे हैं। यार्ड के पास बसे इंझापुर गांव और हिंगनघाट मार्ग पर स्थित व्यावसायिक प्रतिष्ठान इन दिनों धुएं के कारण प्रभावित हो रहे हैं।
गांव के नागरिकों को सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। वहीं सड़क पर धुआं फैलने से वाहन चालकों की दृश्यता घटती है, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है।
डंपिंग यार्ड का मुख्य उद्देश्य कचरे से प्रदूषण रोकना है, लेकिन वर्तमान स्थिति इसके विपरीत है। नगर परिषद ने ठेकेदार को कचरे के वैज्ञानिक निस्तारण के निर्देश दिए थे, लेकिन नियमों का पालन नहीं हो रहा है। कचरे को जलाना पूर्णतः गैरकानूनी प्रक्रिया है, जिससे हवा में विषैले तत्व फैल रहे हैं। इसका सीधा प्रभाव आसपास के नागरिकों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है।
ये भी पढ़े: अवैध शराब अड्डे पर वर्धा पुलिस की कार्रवाई, 15 लाख का माल बरामद
स्थानीय नागरिक मुस्तकीम पठान ने बताया कि डंपिंग यार्ड पर प्रतिदिन वर्धा शहर से लाया गया कचरा जलाया जा रहा है। “इसका धुआं हमारे घरों में प्रवेश कर रहा है। छोटे बच्चों और बुजुर्गों को अत्यधिक परेशानी हो रही है। पिछले कई महीनों से यह समस्या बनी हुई है, लेकिन प्रशासन इस पर गंभीर नहीं है,” उन्होंने कहा।