वर्धा न्यूज
Wardha News in Hindi: वर्धा जिले में महिला बचत गुटों के माध्यम से महिला सक्षमीकरण का उद्देश जिले में सही मायने में सफल हो रहा है। महाराष्ट्र राज्य ग्रामीण जीवनोन्नती अभियान (उमेद) निरंतर महिलाओं को मार्गदर्शन किया जा रहा है। जिले की 8 तहसील में इस वर्ष 2025-26 में 3361 बचत गुटों को 103 करोड़ 10 लाख का कर्ज विभिन्न व्यवसाय के लिए वितरित किया गया।
उल्लेखनीय यह है कि, कर्ज वितरण में बिते 3 वर्ष में जिला निरंतर टॉप फाइव में स्थान प्राप्त कर रहा है। घर में बच्चों को संभालना, खाना पकाना यही हमारा विश्व नहीं, बल्कि हम भी पति के कंधों से कंधा मिलाकर परिवार की आर्थिक उन्नति कर सकते है। यह जिले के ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं ने अपने कर्तृत्व से साबित किया है। इस वर्ष 2025-26 में महाराष्ट्र राज्य ग्रामीण जीवनोन्नती अभियान के अंतर्गत 8,080 बचतगुटों को 220 करोड़ 10 लाख रुपयों का कर्ज वितरीत करणे का टार्गेट दिया गया है।
जिसमें से अबतक 3,361 बचतगुटों को 103 करोड़ 18 लाख 21 हजार रुपयों का कर्ज वितरित किया गया है। आर्थिक वर्ष समाप्ती को अभी भी 6 महिने से अधिक समय बाकी है। ऐसे में कर्ज वितरण का टार्गेट शत-प्रतिशत के करीब पहुंचना तय है। बता दें कि, वर्ष 2024-25 में 11 हजार 410 बचतगुटों को 275 करोड़ रुपयों का कर्ज वितरण का टार्गेट निर्धारित किया था। जिसमें से 11 हजार 462 बचतगुटों को 242 करोड़ रुपयों का कर्ज वितरित कर वर्धा जिले ने राज्य से तीसरा क्रमांक प्राप्त किया था।
उसी प्रकार वर्ष 2023-24 में 10 हजार 840 बचतगुटों को 262.37 करोड़ रुपयों का कर्ज विभिन्न बैंकों के मार्फत उपलब्ध कर राज्य से चौथा क्रमांक प्राप्त किया था। इन बचतगुटों में स्वयं सहायता गुट, ग्रामसंघ, प्रभाग संघ गुट का समावेश है। बचतगुटों के माध्यम से उद्योगों के लिए प्राप्त हुए कर्ज से महिलाएं लघु उद्योग शुरू कर रोजगार निर्मिती से आत्मनिर्भर हो रही है।
उमेद के अंतर्गत महिला बचत गुटों को बैंकर्स कार्यशाला, बैंकर्स सम्मेलन, जिला व तहसील स्तर पर आयोजित किए जा रहे हैं। गरीब से गरीब परिवार तक बैंक की आर्थिक सेवा पहुंचाना व स्वयंसहायता गुट सदस्यों की आर्थिक साक्षरता बढ़ाना इसके लिए प्रयास किए जा रहे है। उद्योगों का विस्तार करने के संदर्भ में भी मार्गदर्शन किया जा रहा है।
यह भी पढ़ें – पिपरी मेघे में बनेगी सब्जी मंडी, पालकमंत्री डॉ. पंकज भोयर ने दिए आदेश, अजय गोलकार की पहल रंग लाई
परिणामवश ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं का आर्थिक ज्ञान बढ़कर वह आत्मनिर्भर हो रही है। गांव स्तर पर कार्य करने के लिए विभिन्न समुदाय संसाधन व्यक्ति द्वारा प्रत्येक गुट की महिला तक विभिन्न योजनाओं की जानकारी पहुंचाई जा रही है। इस कार्य से वर्धा जिले को मॉडल के रूप में पहचान मिल रही है।
बचतगुटों के माध्यम से महिलाएं कर्ज का लाभ लेकर अपना व्यवसाय शुरू कर रही है। महिलाओं ने इसके माध्यम से अपने परिवारों को आर्थिक रूप से मजबूत किया है। वर्ष 2025-26 में महाराष्ट्र राज्य ग्रामीण जीवनोन्नती अभियान अंतर्गत कर्ज वितरण शुरू है। जिसका लाभ जादा से जादा संख्या में बचतगुटों ने लेना चाहिए।
– वैशाली रसाल, प्रकल्प संचालक, जिला ग्रामीण विकास प्रकल्प