वर्धा. जिले में कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए 12 से 14 आयुगुट के बच्चों को कोर्बेवैक्स का टीका दिया जा रहा है़ परंतु स्कूलें बंद होने के कारण यह मुहिम पूर्णत: प्रभावित हो गई है़ जिले में अब तक मात्र 23.79 प्रतिशत ही बालकों ने दोनों डोज पूर्ण किए है़ यहीं नहीं तो दूसरा व बूस्टर डोज लेने के लिए लोग आगे नहीं आ रहे है.
बता दें कि जिले में कोरोना महामारी का असर खत्म होते ही टीकाकरण से नागरिकों ने मुंह फेर लिया है़ पहली व दूसरी लहर में जिले में बड़ी संख्या में जीवितहानि हुई थी़ उस दौरान टीकाकरण को नागरिकों ने अच्छा प्रतिसाद दिया़ परंतु वर्तमान में बड़ी मुश्किल से लोग केंद्र पर पहुंच रहे है़ सरकार ने 12 से 14 के बालकों का भी टीकाकरण शुरू किया है़ शुरुआती दिनों में स्कूलें शुरू रहने से अच्छा प्रतिसाद मिला.
जिले में 41 हजार 362 बालकों के टीकाकरण का लक्ष्य है़ इनमें से 28 हजार 552 ने पहला तथा 9 हजार 842 ने दूसरा टीका पूर्ण कर लिया है़ आज भी अनेक बालक टीके से वंचित है़ उल्लेखनीय हैं कि गर्मी की छुट्टियां होने से स्कूलें बंद है़ इस कारण मुहिम पूर्णत: प्रभावित हो गई है़ पालक भी अपने पाल्य को लेकर केंद्र पर नहीं पहुंच रहे है़ यही स्थिति 15 से 17 आयु गुट के किशोरों की बनी हुई है़ अब तक इस आयु गुट के 39 हजार 535 किशोर ने पहला तथा 24 हजार 194 ने दूसरा टीका पूर्ण किया है़ कुल 63 हजार 990 किशोरों के टीकाकरण का लक्ष्य है.
दूसरी ओर जिन लोगों के दोनों टीके पूर्ण होकर नौ माह हुए है़ ऐसे लोगों को बूस्टर डोज दिया जा रहा है़ जिले में अब तक 18 हजार 727 लोगों ने ही बूस्टर डोज लिया है, जिसका प्रश केवल 10.08 दर्ज है.
उल्लेखनीय हैं कि, जिले में सभी आयुगुट के कुल 10 लाख 70 हजार 352 लाभार्थियों के टीकाकरण का लक्ष्य है़ इनमें से अब तक 10 लाख 17 हजार 383 ने पहला टीका पूर्ण कर लिया है़ वहीं 7 लाख 70 हजार 637 ने दूसरा टीका पूर्ण किया है़ आज भी असंख्य लाभार्थी टीकाकरण से वंचित बताये जा रहे है़ स्वास्थ्य केंद्र पर जब तक आठ से दस लोग इकठ्ठा नहीं होते तब तक वायल नहीं फोड़ा जा रहा.