वर्धा में रेत तस्करों ने की हत्या (सौ. सोशल मीडिया )
Wardha News: तहसील में इन दिनों अवैध रेत का खनन व तस्करी बड़ी मात्रा में चल रही है। कुछ महीनों से रेत तस्करों में रेत के खनन की सीमा को लेकर विवाद शुरू है। इसी विवाद में तहसील के अंदोरी (आंजी) के रेत व शराब तस्कर रवींद्र अशोक पारिसे (50) की निर्मम हत्या कर दी गई।
वर्धा जिले की सीमा पर यवतमाल जिले के कलंब थाना क्षेत्र में आने वाले एबी बार में यह सनसनीखेज हत्याकांड घटने से हड़कंप मच गया। इस वारदात को रेत तस्कर रोहन देशमुख ने अपने साथियों की मदद से अंजाम देने की खबर है।
बता दें कि देवली तहसील के वर्धा नदी पर आंजी, अंदोरी, शिरपुर, खर्डा, बोपापुर, रोहिणी, तांबा, कविटगांव, गुंजखेडा सहित कुछ क्षेत्र में रेती के घाट हैं। यहां से बड़ी मात्रा में रेत का खनन व तस्करी होती है।
रेती घाटो की सीमा को लेकर इन तस्करों में विवाद शुरू है। ऐसे में कई बार सशस्त्र हमलों की वारदातें सामने आ रही है। इसी तर्ज पर रवींद्र पारिसे व आंजी के रेती घाट पर कब्जा जमाये बैठे रोहन देशमुख में विवाद चल रहा था।
ऐसे में रवींद्र को रास्ते से हटाने का षड़यंत्र रोहन ने अपने साथियों की मदद से रचा था। रवींद्र को जिले की सीमा से दो किमी दूर ए। बी। बार पर किसी बहाने बुलाया। जहां विवाद करते हुए उसपर चाकू, पत्थर व ब्लेड से जानलेवा हमला किया। इसमें रविंद्र की मौत हो गई।
वारदात को अंजाम देकर आंजी निवासी रोहन देशमुख, देवली निवासी पंकज राजू जबडे, सुनील तेलरांधे, तुषार रघाटाटे उर्फ बाटा, योगेश बोटफोले मौके से फरार हो गए। सूचना मिलते ही कलंब पुलिस मौके पर पहुंची।
रेत तस्करों में हमले की यह पहली घटना नहीं है। इसके पहले भी कई बार एक-दूसरे पर जानलेवा हमले हुए है। अब स्थिति यह हैं कि रेत तस्कर एकदूसरें के खून के प्यासे हो गए है। पखवाड़ा पहले देवली के दो रेत तस्करों में विवाद होकर हॉकी स्टीक, बैट से मारपीट हुई थी। यही नहीं तो तांबा घाट पर एक रेत तस्कर का ट्रक जलाने का प्रयास हुआ था। राजनीतिक दलो का समर्थन होने के कारण रेत तस्करों के हौसले और बुलंद हो गए हैं।
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परिसर में बड़ी मात्रा में टीप्पर, ट्रक, ट्रैक्टर, जेसीबी, बोट की मदद से रेत की तस्करी शुरू है। प्रशासकीय यंत्रणा ने कार्रवाई की तो उपनपर राजनीतिक दबाव लाया जाता है। कही बार तो सरकारी अधिकारी व कर्मियों को जान से मारने की धमकी मिलती है। अब सीमा वाद पर हत्या जैसी वारदाते सामने आ रही है। वर्धा जिले की शिरपुर में सीमा खत्म होती है। यहां से यवतमाल जिले की सीमा शुरू होती है। सीमा क्षेत्र में ही बीआर बार, शराब के अड्डे हैं। जहां जिले के रेत तस्कर अपना ठिया जमाये बैठे रहते हैं। इस हत्याकांड से जिले के अंदोरी आंजी में शोक की लहर फैली हुई है।