वर्धा. आनलाइन फ्राड का नया फंडा विकसित करते हुए अब ठगबाजों की ओर से शहर के मार्केट को निशाना बनाया जा रहा है़ एक समय पर किसी एक प्राडक्ट से जुड़े शहर के विभिन्न व्यापारियों को यह ठगबाज फोन करके सौदा तय कर रहे है़ं जब रुपए के लेन-देन की बारी आती है, तब यह ठगबाज रकम की सेंडिंग की बजाए रिसीव की लिंक मोबाइल पर भेजते है़ इस पर एक क्लिक करने से व्यापारियों का बैंक अकाउंट खाली हो जा है़ लू्ट के डर से व्यापारी वर्ग में दहशत का माहौल है.
मार्केट में यूपीआय के माध्यम से आनलाइन लेन-देन का प्रचलन काफी बढ़ गया है़ ऐसे में चोर नई-नई तकनीक आत्मसात कर विभिन्न पैतरे इस्तेमाल करते दिखाई दे रहे है़ं फोन कॉल के माध्यम से कोई भी व्यवसायिक लेन-देन न करने का आह्वान पुलिस प्रशासन ने किया है. निरंतर करने के बावजूद भी कुछ व्यवसयी प्राफिट के लालच में आकर इन ठगबाजों के झांसे में आ रहे है. इससे समय पर सतर्कता बरतने की जरूरत है.
सोमवार को शहर के प्रतिष्ठित बुक, नोटबुक व्यापारियों के मोबाईल पर फोन आए. इसमें केलकर पुस्तकालय, अनविला बुक डेपो, गांधी बुक डेपो आदि विभिन्न दूकानों का समावेश है़ स्वयं को सेलू निवासी आर्मी आफिसर बताकर उक्त व्यक्ति ने विद्यार्थियों को 500 बुक एवं पेन बांटने के लिए चाहिए है, ऐसा कहा़ आनलाइन फ्राड का संदेह आने पर केलकर बुक डेपो के संचालक योगेश केलकर थाने में शिकायत दर्ज करने गए़ जहां से उन्हें साइबर सेल के पास शिकायत दर्ज करने भेजा गया.
आनलाइन फ्राड करने वाला यह व्यक्ति स्वयं को आर्मी आफिसर या फिर प्रतिष्ठित कंपनी का अधिकारी बताता है़ इतना ही नहीं तो जिले के ही तहसील से बात करने का व्यापारी को पूर्ण विश्वास दिलाता है़ एक बार किसी एक ही वस्तु से जुड़े व्यापारी को वह टार्गेट करता है़ इसमें सीमेंट, डेकोरेटिव महंगी वस्तुएं, अनाज, खाद्यपदार्थ आदि विभिन्न वस्तुओं का समावेश है़ पिछले 2 से 3 दिनों से यह फोन कॉल का सिलसिला शुरू है.
पिछले कुछ दिनों से शहर में फेक कॉल के इस सिलसिले को लेकर साइबर सेल के पास कुछ व्यापारियों ने पहुंचकर शिकायत दर्ज की़ किसी भी अनजान व्यक्ति के फोन से व्यापारिक सौदा न करें. आनलाइन रकम भेजने की बात कहकर भेजी गई लिंक पर क्लिक न करें. अन्यथा आनलाइन ठगी की जा सकती है़ इससे इन फेक कॉल से सतर्क रहने तथा किसी भी प्रकार का संदेह आने पर तुरंत साइबर सेल से संपर्क करने का आह्वान किया गया है.