
वर्धा न्यूज
Maregaon Congress Dispute: मारेगांव तहसील में हर चुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल की है। जिसमें ग्राम पंचायत से लेकर जिला परिषद पंचायत समिति बाजार समिति तक कांग्रेस का ही कब्जा रहा है। इतना सब कुछ रहते हुए भी कांग्रेस का एक गुट उबाठा को साथ देने के साफ चित्र नजर आ रहे हैं। जिस वजह से आने वाले चुनाव में कांग्रेस को चूना लग सकने की बात कही जा रही है।
बैंक प्रतिनिधि के चुनाव फिलहाल चल रहे है। जिसमें कांग्रेस का एक गुट उबाठा को मदद करते नजर आ रहा है। एक हिसाब से देखा जाए तो केंद्र से लेकर राज्य तक कांग्रेस माइनस होती नजर आ रही है। भाजपा ने कांग्रेस को पछाड़ते हुए रख दिया है। कांग्रेस पार्टी एक जुट होकर भाजपा से लड़ने की बजाए आपस में उलझ रही है।
जिस वजह से अनेक जगहों पर कांग्रेस कमजोर होती नजर आ रही है। कुछ ऐसा ही खेल मारेगांव में दिख रह है। 1950 के जनपथ के दौर से अबतक पंचायत समिति जिला परिषद बाजार समिति में कांग्रेस का ही झंडा लहराता नजर आया है। पर अब आपसी मतभेद के चलते कांग्रेसी आपस में भिड़ते नजर आ रहे है। जिस से छोटे कार्यकर्ता सकते में पड़ चुके है।
मारेगांव तहसील आदिवासी बहुल तहसील होकर इन आदिवासियों ने हमेशा ही कांग्रेस का साथ दिया है। उसी तरह अल्पसंख्यकों ने भी कांग्रेस का दामन नहीं छोड़ा है। पर अब समाज का ओबीसी कस्बा राजनीतिक पार्टियों में गोटिया सरकाता नजर आ रहा है।
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बात सही ही है एक दिन मारेगांव तहसील के सारे कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों की बैठक लेकर नाराजगी दूर की जाएगी।
– वामनराव कासावार, कांग्रेस पूर्व विधायक वणी विस क्षेत्र
मैं कांग्रेस पार्टी के साथ हूं। जिसका उसका प्रश्न है हम सांसद प्रतिभा धानोरकर के साथ हैं और आगे रहेंगे युति होती है तो उबाठा को मदद करेंगे जो आज कांग्रेस में रहकर उबाठा को मदद करने वालों पर क्या निर्णय लेना है वह सांसद देखेंगे।
– नरेंद्र पाटिल ठाकरे, पूर्व कृषि उत्पन्न बाजार समिति सभापति मारेगांव






