(प्रतीकात्मक तस्वीर)
Fraud In The Name Of Trading In Wardha: वर्धा जिले में ट्रेडिंग में अधिक मुनाफा देने का लालच देकर 62 लाख रुपये से अधिक की धोखाधड़ी का एक बड़ा मामला सामने आया है। पुलिस ने मामले के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और उसके पास से 14 लाख रुपये से अधिक का माल जब्त किया है।
धोखाधड़ी का यह मामला तब सामने आया जब पीड़ितों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। आरोपी की पहचान विक्रम ज्ञानेश्वर पर्बत (30) के रूप में हुई है, जो गणेश नगर, बोरगांव मेघे का निवासी है। आरोपी ने आर्वी नाका क्षेत्र में ‘मल्टी ट्रेडिंग लैब’ नाम से एक फर्म शुरू की थी। वह लोगों को ट्रेडिंग में निवेश पर मोटा मुनाफा कमाने का झांसा देता था।
पीड़ितों का विश्वास जीतने के लिए, उसने उन्हें गारंटी पत्र भी दिए। इन आश्वासनों के बाद, उसने पीड़ितों और अन्य लोगों से कुल 62 लाख 2 हजार रुपये जमा किए और धोखाधड़ी को अंजाम दिया। शिकायत दर्ज होने के बाद, मामले को आगे की जांच के लिए आर्थिक अपराध शाखा (EOW) को सौंप दिया गया।
धोखाधड़ी के बाद से आरोपी फरार था। पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए कई जगहों पर छापेमारी की, लेकिन वह लगातार पुलिस को चकमा दे रहा था। आखिरकार, पुलिस को नागपुर के बेसा इलाके से उसे गिरफ्तार करने में सफलता मिली। गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने आरोपी के पास से 14 लाख 10 हजार 170 रुपये का माल जब्त किया।
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वर्धा पुलिस अधीक्षक अनुराग जैन, अपर पुलिस अधीक्षक सदाशीव वाघमारे और पुलिस उप-अधीक्षक पुंडलीक भटकर के मार्गदर्शन में यह कार्रवाई की गई। टीम में पुलिस निरीक्षक निशांत फुलेकर, किशन गुजर, कुणाल डांगे, स्वप्नील भारद्वाज, दिनेश बोधकर, प्रतीक नगराले और मनोज झाड़े शामिल थे।
इस गिरफ्तारी से यह संदेश गया है कि आर्थिक अपराधों में शामिल लोग भी कानून की पकड़ से बच नहीं सकते। पुलिस ने लोगों को इस तरह के धोखाधड़ी वाले निवेश योजनाओं से सतर्क रहने की सलाह दी है।