वर्धा न्यूज
Wardha News: महाराष्ट्र में 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक चलाए गए ‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार’ विशेष स्वास्थ्य अभियान को राज्य भर में अच्छा जनसमर्थन मिला। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री अजित पवार, सार्वजनिक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री प्रकाश आबिटकर और राज्यमंत्री मेघना साकोरे-बोर्डीकर के मार्गदर्शन में इस अभियान को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया।
कुल स्वास्थ्य शिविर 2 लाख 30 हजार 653 लिये गए़ इसमें 3,413 विशेष शिविर का समावेश रहा। शिविरों में कुल 1 करोड 8 लाख 59 हजार 332 लाभार्थियों की स्वास्थ्य जांच हुई। इसमें पुरुष 32 लाख 71 हजार 771 व महिलाएं 75 लाख 87 हजार 561 दर्ज की गई। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच कर उन्हें जागरूक करना और संपूर्ण परिवार के स्वास्थ्य को सशक्त बनाना था।
यह राष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सेवा ही संकल्प और 75 वर्ष की प्रेरणा से प्रेरित विशेष पहल थी। महाराष्ट्र में इसके सफल क्रियान्वयन के लिए विभिन्न विभागों के बीच बेहतरीन समन्वय रहा। इस अभियान की मुख्य गतिविधियों में महिला व बाल स्वास्थ्य जांच, पोषण, मासिक धर्म स्वच्छता पर मार्गदर्शन। 4,38,345 गर्भवती महिलाओं की जांच, 1,88,261 बच्चों का टीकाकरण, 10,16,198 की एनिमिया जांच, 13,13,635 की टीबी जांच, 3,77,362 की सिकल सेल जांच की गई। 1.83 लाख लोगों को कार्ड वितरित हुए है।
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कैंसर बीमारी में मुख कैंसर के 6,18,393, स्तन कैंसर के 3,20,164 व गर्भाशय ग्रीवा कैंसर के 2,41,148 की जांच हुई़ 65 लाख से अधिक नागरिकों का मानसिक स्वास्थ्य समुपदेशन किया गया। 4,765 लोगों ने अंग दान की प्रतिज्ञा ली। रक्तदान शिविर में 1,969 ने रक्तदान किया। आयुष्मान भारत कार्ड सहित पीएमजेएवाई/वय वंदना कार्ड के 7,02,173, आभा कार्ड के 15,01,500 लाभार्थियों को लाभ दिया गया।
अभियान की शुरुआत के दिन ही 17 सितंबर को 1,46,798 नागरिकों को 20 प्रकार की स्वास्थ्य सेवाएं दी गईं। इसमें सर्वाधिक लाभार्थी ठाणे विभाग के 32,299, कोल्हापुर के 24,950, नागपुर के 24,604 सहित संपूर्ण राज्य का सहभाग रहा। अभियान को राज्य की सभी स्वास्थ्य संस्थाओं, डॉक्टरों, नर्सों, आशा वर्कर्स, आंगनवाड़ी सेविकाओं और स्वयंसेवी संस्थाओं का भरपूर समर्थन मिला।
स्वास्थ्य सुविधाएं देने वाले सरकारी संस्थानों में 10,766 उपकेंद्र, 1,939 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 797 शहरी पीएचसी, 1,040 शहरी सामुदायिक केंद्र, 372 ग्रामीण अस्पताल, 102 उपजिला अस्पताल, 22 महिला अस्पताल, 19 जिला अस्पताल आदि का समावेश रहा।