मंत्री जयकुमार गोरे (सोर्स: सोशल मीडिया)
मुंबई: महाराष्ट्र के मंत्री जयकुमार गोर एक बड़े बवाल में घिर गए है। उन पर एक महिला को अपनी अश्लील फोटो भेजने का आरोप लगा है। हालांकि गोरे ने बुधवार को को कहा था कि यह पुराना मामला है और कोर्ट ने उन्हें मामले में बरी कर दिया है। पीड़ित महिला ने गोरे को बाइज्जत बरी करने के दावे को गलत बताते हुए कहा है कि कोर्ट ने गोरे को बाइज्जत बरी नहीं किया गया था। उन्होंने कहा कि गोरे के मंत्री बनने के बाद उनके गुर्गे उन्हें फिर से प्रताड़ित कर रहे हैं। पीड़िता ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि वह जल्द ही आजाद मैदान पर धरना देंगी और प्रदर्शन करेंगी।
बुधवार को शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत, शरद पवार गुट के विधायक रोहित पवार और विधानसभा कांग्रेस विधायक दल के नेता विजय वडेट्टीवार गोरे पर एक महिला को अपनी आपत्तिजनक तस्वीर भेज कर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। लेकिन गोरे ने पुराना बताते हुए कोर्ट से उन्हें बरी किए जाने का दावा किया था।
पीड़ित महिला ने गुरुवार को कहा कि यह मामला 2015-2016 के बीच का है। उस दौरान तरह-तरह की तस्वीरें और संदेश भेजकर गोरे ने मुझे मानसिक रूप से बहुत प्रताड़ित किया था। लेकिन मैंने उनका प्रस्ताव ठुकरा दिया था। इससे गुस्साए गोरे ने मुझे और मेरी मां को अपशब्द कहे थे।
पीड़िता ने बताया कि 27 नवंबर 2016 को मैंने उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया। उस समय सतारा कोर्ट और मुंबई हाई कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी। उन्हें 10 दिन तक जेल में भी रहना पड़ा था। जेल से बाहर आने के बाद उन्होंने मेरे खिलाफ 2 करोड़ रुपए की जबरन वसूली और विशेषाधिकार हनन का मामला दर्ज कराया था।
महिला ने कहा कि बाद में मुझे लगातार तीन साल तक प्रताड़ित किया गया। तरह-तरह की धमकियों के फोन कॉल आते रहे। 2019 में मंत्री बनने का अवसर दिखा तो उन्होंने मुझ पर सुलह करने के लिए दबाव डाला। मेरे रिश्तेदारों से संपर्क किया। लेकिन मेरी एक ही मांग थी कि गोरे माफी मांग लें। तदनुसार, उन्होंने एक माफीनामा लिखा और अदालत कक्ष में दंडवत प्रणाम किया।
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माफीनामे में कहा गया कि हमें कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा। इसलिए मामले में वर्षों उलझे रहने के बजाय वर्ष 2019 मैंने मामला वापस ले लिया। लेकिन फिर भी मुझे आज तक परेशान और बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है। आरोप लगाए जाते हैं मेरे नाम पर मुंबई और पुणे में प्लॉट हैं। गोरे मुझे दुबई ले गए थे। जबकि दुबई जाने के लिए मेरे पास पासपोर्ट ही नहीं है।
इस मामले में मंत्री जयकुमार गोरे ने अब सांसद संजय राउत, विधायक रोहित पवार और एक यूट्यूब चैनल के पत्रकार के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश किया है। बजट सत्र के चौथे दिन गुरुवार को गोरे ने विधानसभा में कहा संजय राउत ने जानबूझकर मुझे बदनाम करने का प्रयास किया है। उन्होंने मेरे और सदन के विशेषाधिकार का उल्लंघन किया, इतना ही नहीं उन्होंने न्यायालय और संप्रभु सदन का भी अनादर किया है।